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उप्पल हाउसिंग सोसायटी में फ्लैट निर्माण पर लगी रोक, जानें क्या है कारण

वर्षों से लटके उप्पल हाउसिंग सोसायटी में 25 ईडब्ल्यूएस फ्लैट के निर्माण का मामला फिर लटक गया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 05:16 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 07:22 PM (IST)
उप्पल हाउसिंग सोसायटी में फ्लैट निर्माण पर लगी रोक, जानें क्या है कारण
उप्पल हाउसिंग सोसायटी में फ्लैट निर्माण पर लगी रोक, जानें क्या है कारण

चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। वर्षों से लटके उप्पल हाउसिंग सोसायटी में 25 ईडब्ल्यूएस फ्लैट के निर्माण का मामला फिर लटक गया है। ईडब्ल्यूएस फ्लैट निर्माण पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। एडमिनिस्ट्रेटर की कोर्ट में चल रहे इस मामले में नगर निगम को पहले यह फ्लैट बनाने का पूरा प्लान अगली सुनवाई पर पेश करना होगा। इसके बाद ही निर्माण के सभी पहलुओं पर मंथन होगा और फिर निर्माण हो सकेगा। इन फ्लैट को बनाने के लिए नगर निगम की ओर से एक कंपनी को टेंडर तक अलाट कर दिया जा चुका है। इस काम के लिए छह कंपनियों ने रूची दिखाई थी। जिम्मेदार कंपनी ने टेंडर कॉस्ट से 30 फीसदी कम रेट इसके लिए लगाया है।बताया जा रहा है कि इस मामले में नगर निगम ने फ्लैट कंस्ट्रक्शन का सही प्लान तैयार नहीं किया था। किस टावर में कितने फ्लैट बनेंगे या एक में ही चारों बनेंगे, यह सभी बातें स्पष्ट नहीं थीं। साथ ही जिस टावर में यह 25 ईडब्ल्यूएस फ्लैट बनने हैं, वहां पहले से रह रहे अलाटियों से नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट भी नहीं ली गई।

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कार्रवाई करने पर भी चल रहा विचार

इस मामले में प्रशासन उप्पल हाउसिंग सोसायटी पर कार्रवाई करने पर भी विचार कर रहा है। यह इसलिए कि आखिर सोसायटी ने अप्रूवड करवाए गए प्लान के हिसाब से फ्लैट की कंस्ट्रक्शन क्यों नहीं की। सोसायटी पर कार्रवाई के साथ ही वह अधिकारी भी चार्जशीट होंगे, जिन्होंने कंस्ट्रक्शन प्लान चैक किए बिना ही कंप्लीशन सर्टिफिकेट तक जारी कर दिया ।

ऑक्शन के बाद अलॉट होने थे यह फ्लैट

जिस कंपनी को टेंडर अलॉट किया गया है उसे चार कमरे के पांच हाउसेस में से 25 ईडब्ल्यूएस हाउस बनाने हैं। फ्लैट बनने के बाद एमसी इन फ्लैट को ऑक्शन के जरिए अलॉट करेगी। इन हाउस को बनाने की कीमत नगर निगम ने उप्पल हाउसिंग सोसायटी से ही वसूल की गई है। सोसायटी ने जनवरी में एमसी के पास 1.50 करोड़ रुपये जमा कराए थे।

प्लाइवुड से पार्टिशन कर बना दिए फ्लैट

नगर निगम ने 5.34 एकड़ यह जमीन 6 दिसंबर 2005 को 108 करोड़ में उप्पल हाउसिंग सोसायटी को बेची थी। उप्पल हाउसिंग को यहां पर 15 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स का निर्माण करने की शर्त पर ही जमीन अलॉट की गई थी। लेकिन सोसायटी ने मुनाफे के चक्कर में प्लान दरकिनार कर एक ही टावर में एक साथ यह 4 कमरों के 5 हाउसेज की जगह छोड़कर केवल प्लाइबोर्ड से पार्टिशियन कर दिया।


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