सोनिया से मीटिंग में बोले कैप्टन, JEE-NEET Exam स्थगित करने के लिए तत्काल दायर हो पुनर्विचार याचिका
JEE Main NEET Exam 2020 सोनिया गांधी ने वीरवार को कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम से वर्चुअल बैठक की। इस दौरान कैप्टन ने नीट और जेईई की परीक्षा तथा जीएसटी का मुद्दा उठाया।
जेएनएन, चंडीगढ़। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी ने बुधवार को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पंजाब को 25 हजार करोड़ रुपये के राजस्व नुक्सान का अनुमान है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अब तक जीएसटी मुआवजा जारी न करने से राज्यों की वित्तीय स्थिति विकट हो रही है। उन्होंने ममता बनर्जी के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि विपक्ष के मुख्यमंत्रियों को मिलकर वित्तीय स्थिति के मामले पर प्रधानमंत्री से मुलाकात करनी चाहिए।
With days to go for #NEETJEE exams, Punjab CM tells other CMs at VC with #SoniaGandhi there’s no time to wait & all need to jointly file review petition in SC without delay. Asks AG @AtulnandaA to coordinate with other states to take it forward urgently. #PostponeJEE_NEETinCOVID pic.twitter.com/n0SM39QQgH— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPbCM) August 26, 2020
उन्होंने नीट और जेईई की परीक्षा को स्थगित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पटीशन दायर करने के प्रस्ताव का भी समर्थन किया है।
[Live]: Meet of CMs with @INCIndia President Sonia Gandhi Ji.
https://t.co/0X7dCPmCds" rel="nofollow— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 26, 2020
नीट और जेईई की परीक्षा (JEE-NEET Exam) से सिर्फ दो दिन पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को पंजाब के एडवोकेट जनरल को निर्देश दिए हैं कि वह विपक्ष द्वारा शासित अन्य राज्यों के एडवोकेट जनरल से बात करके इस परीक्षा को स्थगित करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सांझी पुनर्विचार याचिका दायर करें।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बैठक के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इन परीक्षाओं को स्थगित करवाने के लिए प्रधानमंत्री से मिलने के लिए अब वक्त नहीं बचा है। ऐसे में विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्य इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करें, क्योंकि सारी दुनिया में महामारी के इस दौर में सिर्फ ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। इन परीक्षाओं के आयोजन से हजारों छात्रों के जीवन को संकट में डालने का कोई मतलब नहीं है।
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