..इतने बहादुर जो थे सरदार पटेल
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम तो पूरे देश ने सुना है, लेकिन वे किस तरह के नेता रहे, उनका जीवन किन बातों पर आधारित रहा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम तो पूरे देश ने सुना है, लेकिन वे किस तरह के नेता रहे, उनका जीवन किन बातों पर आधारित रहा है। इन सब बातों से अभी भी बहुत से लोग अंजान है। शनिवार को सेक्टर-18 में स्थित टैगोर थियेटर में संवाद थियेटर की तरफ से सरदार वल्लभभाई के जीवन पर शो सरदार द होम मिनिस्टर रखा गया। शो की शुरुआत में सरदार पटेल की सबसे बड़ी मूर्ति के खर्च पर बात करते युवाओं को दिखाया गया। लेकिन उन्हें समझ ही नहीं आया था कि पटेल की मूर्ति को ही क्यों पूरे विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति बनाया गया। इसी बात को नाटक में हिस्सा ले रहे बुजुर्ग ने समझाया। नाटक में सरदार वल्लभभाई पटेल के किरदार में प्रयोग की गई दमदार आवाज सबको बहुत पंसद आई। उनकी जीवन की कई कहानियों को नाटक में उतारकर लोगों को उनकी लौहपुरुष की छवि को दिखाने का प्रयास किया गया। तालियों से गूंज उठा थिएटर
शो के अंत में पूरा थियेटर तालियों से गूंज उठा। शो में भाग ले रहे चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर व कार्यक्रम में पहुंचे अन्य लोगों ने सभी कलाकारों के अभिनय की प्रशंसा की। लौहपुरुष ने राजाओं को खुद जाकर भी मनाया
मुकेश शर्मा व राजेश आत्रेय की कलम से निकले इस नाटक में दिखाया गया कि कैसे वल्लभभाई पटेल ने देश को जोडे़ रखा। उन्होंने कैसे देश के टुकडे़ होने से बचाया। विभाजन के समय कैसे वह देश के सभी राजाओं के पास खुद जाकर उनकी रियासतों को देश का हिस्सा बनाते थे। कैसे बिना डर के हैदराबाद के राजा के खिलाफ जाकर 5 दिन के पोलो मिशन के तहत उन्हें देश का हिस्सा बनाया। शो का हिस्सा बने हर व्यक्ति ने एक पल के लिए वल्लभभाई को अपने पास महसूस किया।