स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रशासक ने मांगी रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कौन से काम हुए हैं। लंबित काम क
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कौन से काम हुए हैं। लंबित काम कौन से हैं। कामों में देरी क्यों हो रही है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने इन सबकी विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है। साथ ही इस साल के कार्यो पर भी विस्तार से जानकारी देनी होगी। चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी ने शुक्रवार को स्मार्ट सिटी कान्क्लेव का आयोजन किया। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर इस कान्क्लेव में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। उन्होंने इस कान्क्लेव की तारीफ तो की ही, साथ में इससे क्या निकला, इस पर पूरी रिपोर्ट भी आयोजकों से मांग ली। प्रशासक ने कहा कि इससे स्मार्ट सिटी चंडीगढ़ को स्मार्टर बनाने में मदद मिलेगी। प्रशासक ने कहा कि एक साल में चंडीगढ़ ने क्या प्राप्त किया। कहां बेहतर किया, कहां पीछे रहे, यह बताएं। उन्होंने स्मार्ट सिटी सीईओ कमल किशोर यादव से कहा कि अब तो बजट की भी कोई कमी नहीं है। इस साल साइकिल शेय¨रग शुरू करो
प्रशासक ने बताया कि चंडीगढ़ में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बहुत से कार्य हुए हैं। साइकिल ट्रैक तेजी से बने हैं। 90 किलोमीटर ट्रैक का 40 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। बाईसाइकिल शेय¨रग स्कीम के तहत 5 हजार साइकिल विभिन्न स्टेशन पर उपलब्ध रहेंगी। इससे अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके लिए सभी चीजों को फाइनल कर लिया गया है। प्रशासक ने कहा कि चंडीगढ़ साइकिल फ्रेंडली सिटी है। वह खुद भी इस स्कीम का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है इस साल वह इसे पूरा कर लेंगे। उन्होंने बताया कि सोलर प्रोजेक्ट्स, एलईडी स्ट्रीट लाइट्स से शहर स्मार्ट बना है। हालांकि उन्होंने डार्क स्पॉट को भी समय सीमा निर्धारित कर कवर करने को कहा। प्लास्टिक से ऑयल बनाने के प्रोजेक्ट की जानकारी भी कान्क्लेव में दी। अर्बन लैंड रिकॉर्ड होगा सुरक्षित
स्मार्ट सिटी में सेफ और सिक्योर ई-गवर्नेस एंड डिजिटल इनीशिएटिव पर बात करते हुए डायरेक्टर आइटी अर्जुन शर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ का लैंड रिकॉर्ड डिजिटल किया गया है। इसकी सिक्योरिटी के लिए नीति आयोग से एमओयू हुआ है। उसके तहत नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर इसे सुरक्षित किया जा रहा है। सीईओ केके यादव ने भी कान्क्लेव में स्मार्ट सिटी के तहत उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। सीटीयू के जीएम यशजीत गुप्ता ने बताया कि इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आइटीएस) का काम चल रहा है। इससे बसों को ऑटो ट्रैक किया जा सकेगा। ऑटोमेशन इंफर्मेशन सेंटर भी बनाया जाएगा। साथ ही ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम से कार्ड से ही टिकट हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट एक साल तक पूरा हो जाएगा। इंडियन ऑयल अदाली गैस लिमिटेड के चंडीगढ़ में प्रोजेक्ट हेड संजय तरत ने बताया कि नेचुरल गैस और सीएनजी स्मार्ट सिटी में अहम भूमिका अदा करेगी। वह ट्राईसिटी के हर घर तक पाइप से गैस पहुंचा रहे हैं। कई नए सीएनजी स्टेशन नए साल से पहले खुद जाएंगे।