छह रिटायर्ड इंजीनियरों ने Sector-34 गुरुद्वारा साहिब को दिया नया रूप, दिव्यांगों के लिए किए विशेष प्रबंध
गरुद्वारा साहिब के अंदर दृष्टिहीनों के लिए भी विशेष प्रबंध है। उनके बैठने सीढ़ियां चढ़ने से लेकर शौचालय तक पहुंचने के लिए ब्रेल लिपि का इस्तेमाल किया गया है
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। श्री गुरू तेग बहादुर फतेहगढ़ मादड़ां सेक्टर-34 के गुरुद्वारे को प्रबंधक कमेटी ने मिलकर रेनोवेट करवाते हुए नया रूप दिया है। अब गुरुद्वारा हॉल के अंदर बैठने के लिए कुर्सियां अौर एलसीडी को इस्टॉल किया गया है। इसके साथ ही जो व्यक्ति व्हील चेयर से गुरुद्वारा आते थे, लेकिन फ्लोर कारपेट के चलते वह दर्शन नहीं कर सकते थे उनके लिए भी अलग से प्रबंध किया गया है। रेनोवेशन का कार्य प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने मिलकर कराया है।
जानकारी देते हुए गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान साधु सिंह ने बताया कि पांच फरवरी को इसकी रेनोवेशन का काम शुरू किया था, लेकिन कोरोना के चलते काम रूक गया। मैं खुद चंडीगढ़ प्रशासन से इलेक्ट्रिकल विभाग से इंजीनियर और प्रबंधक कमेटी के पांच अन्य लोग भी इंजीनियर पद से सेवानिवृत है। जिसके कारण हमने मिलकर इसकी प्लानिंग की और गुरूद्वारे की रेनोवेशन कराई है। 20 सितंबर अखंड पाठ का समापन होगा जिसके बाद श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
आगरा के कारीगीरों ने लगाया संगमरमर
गरुद्वारा साहिब को रेनोवेट करने के दौरान संगमरमर का भी इस्तेमाल किया गया है। गुरु ग्रंथ साहिब को रखने की जगह पर खास डिजाइनिंग कर संगमरमर को इस्तेमाल किया गया है। प्रबंधक कमेटी के सेक्रेटरी तेजवंत सिंह ने बताया कि संगमरमर पर डिजाइनिंग का काम आगरा के कारीगर ही करते हैं। इसलिए उन्हें बुलाकर रेनोवेशन कराई गई है। इसके अलावा गरुद्वारा साहिब के अंदर यदि कोई दृष्टिहीन व्यक्ति भी आता है तो उसके लिए भी विशेष प्रबंध है। उनके बैठने, सीढ़ियां चढ़ने से लेकर शौचालय तक पहुंचने के लिए ब्रेल लिपि का इस्तेमाल किया गया है ताकि किसी को परेशानी नहीं हो। वहीं लोग घर बैठे भी गुरुद्वारा साहिब के दर्शन कर सके इसके लिए भी प्रबंध किया गया है।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें