खेलो इंडिया गेम्सः शहर के शूटर अर्जुन ने 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल पर लगाया निशाना
चंडीगढ़ के शूटर अर्जुन बबूता ने पुणे में खेलो इंडिया प्रतियोगिता में ब्रांज मेडल जीत शहर का नाम रोशन किया है। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल में 225.6 अंक स्कोर किए।
चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। महाराष्ट्र के पूणे में आयोजित दूसरे खेलो इंडिया गेम्स में पंजाब की तरफ से खेलते हुए शहर के शूटर अर्जुन बबूता ने ब्रांज मेडल जीता है। प्रतियोगिता की 10 मीटर एयर राइफल मेन जूनियर गेम्स ने अर्जून ने 225.6 स्कोर कर यह मेडल हासिल किया है। इस प्रतियोगिता में पहला स्थान त्रिपुरा के धनुष श्रीकांत ने हासिल किया, उन्होंने 248.9 स्कोर किया। वहीं दूसरे स्थान पर गोवा के यश योगेश्वर रहे, उन्होंने 247.6 स्कोर किया। डीएवी कॉलेज में बीए फाइनल एयर में पढ़ने वाले पढ़ने वाले अर्जून बबूता इससे पहले भी कई प्रतियोगिताओं में खुद को साबित कर चुके हैं।
अर्जुन के नाम उपलब्धियां
- स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
- स्कूल नेशनल गेम्स में इंडयूजल और टीम में गोल्ड मेडल जीते।
- ईरान में आयोजित एशियन एयरगन चैंपियनशिप में 7वें रैंक पर रहे।
- जर्मनी में आयोजित जूनियर शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में 5वें स्थान पर रहे।
- वर्ष 2016 में अजरबैजान में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप 2016 में एक गोल्ड और एक ब्रांज मेडल जीता।
- वर्ष 2017 दिल्ली में आयोजित कुमार सुरेंद्र सिंह मेमोरियल शूटिंग चैंपियनशिप में यूथ मेन एयर राइफल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल, सीनियर मैन इंडयूजल कैटागिरी में ब्रांज मेडल और टीम इवेंट ऑफ सीनियर मेन इंडयूजल कैटागिरी में ब्रांज मेडल जीता।
- वर्ष -2017 जापान में आयोजित 10वीं एशियन एयरगन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
- वर्ष 2017 चेक रिपब्लिक में आयोजित 27वीं शूटिंग होप्स मीटिंग में सिल्वर मेडल जीता।
- वर्ष 2018 सिडनी में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप में ब्रांज मेडल जीता।
पूर्व कोच बोले, इससे बढ़ेगा अर्जून का मनोबल
अर्जुन बबूता के पूर्व कोच संदीप चंदेल उनकी इस जीत से खासे उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि अर्जुन उनके पास वर्ष 2012 से शूटिंग करने आया था। अभी वह मोहाली -6 फेज स्थित शूटिंग रेंज और नेशनल शूटिंग कोच दीपाली देशपांडे के पास कोचिंग ले रहा है। अर्जुन लगातार मेडल जीत रहे है। यह जीत निश्चित ही अर्जुन का हौसला बढ़ाएगी और वह एक दिल यकीनन अभिनव बिंद्रा की तरह देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीतकर अपना सपना जरूर पूरा करेंगे।
परिजन बोले, बेटे पर नाज
अर्जुन के पिता नीरज बबूता सेंट्रल रेलवे डिपार्टमेंट में अधिकारी हैं और मां विनोद बाला ज्यूडिशियल ऑफिसर हैं। बेटे की इन उपलब्धियों पर परिजनों का कहना है कि यह सब अर्जुन की वर्षों की मेहनत का नतीजा है। अर्जुन भविष्य में देश के लिए ढेर सारे मेडल जीते, यही हमारी दुआ है।