Tokyo Olympic 2020 खेल चंडीगढ़ लौटी शूटर अंजुम मोदगिल, कहा- हार से बहुत कुछ सीखा, मेडल न जीतने का मलाल
Tokyo Olympic 2020 ओलिंपिक्स खेलकर लौटीं चंडीगढ़ की शूटर अंजुम मोदगिल जर्मनी के साथ मैच जीत ब्रॉन्ज जीतने पर भारतीय पुरुष हॉकी टीम की परफॉर्मेंस से बेहद खुश नजर आईं। वहीं उन्होंने खुद मेडल न जीत पाने पर भी प्रतिक्रिया दी है।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़। Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलिंपिक से अपना अभियान पूरा कर शूटर अंजुम मोदिगल वीरवार को शहर में पहुंच गई है। मोदगिल ने भारतीय मेंस हॉकी टीम को लेकर कहा कि सुनने में आ रहा कि हॉकी टीम को काफी कुछ कहा जा रहा है। मेरे मायने में यह देश की टीम है और इसे देश की टीम ही रहने दें, इसे राज्य में न बांटे। अंजुम ने दैनिक जागरण से टोक्यो ओलिंपिक से जुड़ी बातें साझा की।
उन्होंने भारतीय पुरुष हॉकी टीम को कांस्य पदक जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि टीम शानदार खेली और उन्हें टीम इवेंट काफी पसंद है। देश की टीम देश की टीम है, उन्हें राज्य में बांटा नहीं जा सकता। उन्हें यह सब देखकर दुख हो रहा है कि टीम को राज्यों में बांटा जा रहा है। अपने ओलिंपिक के सफर में बारे में उन्होंने बताया कि यह इवेंट भी दूसरे शूटिंग इवेंट की तरह ही था, लेकिन इसके साथ ओलिंपिक का नाम जुड़ने से यह बड़ा बन गया। हम सब नए थे लेकिन अपनी तरफ से सभी ने सौ फीसद कोशिश की। शायद वो दिन मेरा नहीं था इसलिए मैं चुक गई। इस इवेंट से उन्हें काफी कुछ नया सीखने को मिला, जिसका फायदा न केवल अगले ओलिंपिक बल्कि आगामी हर टूर्नामेंट में मिलेगा। घर आने पर अंजुम के स्वजनों से उनको फूलों की माला पहनाकर और मुंह मीठा करवाया।
इस हार से बहुत कुछ सीखने को मिला
अंजुम ने कहा कि पूरे देश को सबसे ज्यादा शूटिंग से ही आस थी और इस बार पहले के मुकाबलें बड़ी संख्या में शूटर्स ने क्वालीफाई किया था।हार तो हुई है और यह हार स्वीकार भी है। लेकिन इस हार से काफी कुछ नया सीखने को मिला है।हमेशा जीतते रहना जरुरी नहीं है, कुछ हार ऐसी भी होती है जो काफी कुछ नया सीखा जाती है।उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं मेडल नहीं जीत सकी लेकिन अपने प्रदर्शन से काफी खुश भी हूं।
शुरुआती दो शॅट चुके, वहीं कमी नहीं हुई पूरी
उन्होंने कहा कि समुंद्र पास होने की वजह से वहां पर गर्मी काफी थी।क्वालीफाई राउंड में शुरु के दो शॉट खराब गए थे।उसके बाद सभी शॉट बिल्कुल ठीक थे लेकिन शुरुआती दो खराब शॉट की भरपाई नहीं हो सकी और फाइनल में जगह बनाने से सिर्फ चार अंकों से चूक गई।उन्होंने कहा कि मैच के बाद उन्हें बहुत निराशा हुई क्याेंकि चार अंक से वह फाइनल में जगह नहीं बना सकी और यह चार अंक वह बना सकती थी।
कई चीजें नोटिस की, जिन पर सीखना है नया
अंजुम ने कहा कि मैच के बाद उन्हाेंने कई चीजों को नोटिस किया और अपने दिमाग में उन्हें बैठाया। अब इन चीजों पर उन्हें काफी कुछ सीखना है। ओलिंपिक सुना था आज हम खेल भी आए और इस अनुभव से अगली बार मेडल पक्का देश के लिए आएगा। हम दूसरे देशों के खिलाड़ियों के मुकाबलें में कम नहीं है, हां हम यह कह सकते है वो दिन हमारा नहीं था।