pulwama attack : शहीदों के परिवारों की मदद को आगे आई किंग्स इलेवन, परिजनों को दिए पांच-पांच लाख
अरोमा होटल में आइपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब और रोटरी क्लब चंडीगढ़ की तरफ से शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए कार्यक्रम आयोजन किया गया।
चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। भाई की शहादत पर गर्व है, पर कश्मीर मसले का स्थायी हल होना चाहिए। हम अपनी ही सीमा के भीतर अपने सैनिकों को कैसे मरना देख सकते हैं। यह कहना है पुलवामा आतंकी हमले में शहीद तरनतारन के सुखजिंदर सिंह के छोटे भाई गुरजंट सिंह का। सेक्टर -22 स्थित अरोमा होटल में मंगलवार को आइपीएल की टीम किंग्स इलेवन पंजाब और रोटरी क्लब चंडीगढ़ की तरफ से शहीदों के परिवारों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे गुरजंट सिंह भावुक हो उठे। गुरजंट ने कहा कि पाकिस्तान ने सैनिकों की पीठ पर वार किया है, आमने सामने की लड़ाई होती तो हमारे 40 सैनिक पाकिस्तान के सैकडों सैनिकों पर भारी पड़ते।
घर से निकलते हुए बोला था लास्ट कप चाय पिला दो
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद गुरदासपुर जिले के दीनानगर के मनिंदर सिंह अत्री के पिता सतपाल अत्री ने कहा कि बेटे ने घर से श्रीनगर को निकलते समय कहा था कि मुझे लास्ट कप चाय का पिला दो, मैंने तुरंत टोकते हुए कहा कि ऐसे क्यों बोल रहे हो, तो मनिंदर ने मुस्कारते हुए कहा कि फौजियों को कोई पता नहीं होता है। दो चार दिन बाद पता चला कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हो गया है। उन्होंने बताया कि मेरा छोटा बेटा भी सीआरपीएफ में तैनात है, लेकिन मैं चाहता हूं कि उसे पंजाब पुलिस में ट्रांसफर कर दिया जाए, ताकि परिवार इस सदमे से उभर सके, अब यह बेटा ही बुढ़ापे में हमारा सहारा है। उन्होंने कहा कि इसी बाबत में मुंख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।
बेटे को सेना में अफसर बनाना ही जीने का मकसद
पुलवामा में शहीद हुए मोगा के जैमल सिंह की मां, पत्नी सुखजीत कौर और उनके दोनों बेटे भी सम्मानित समारोह में आए थे। सुखजीत कौर ने कहा कि उनके पति का सपना था कि उनके बेटे सेना में अफसर बने, इसी सिलसिले में कुछ महीने पहले हम चंडीगढ़ में शिफ्ट हुए थे, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था, अब मेरे जीवन का यही मकसद है। मुझे पति की शहादत पर गर्व है।
कुलविंदर था मेरा इकलौता सहारा
पुलवामा में शहीद हुए रूपनगर के कुलविंदर सिंह के पिता दर्शन सिंह का कहना है कि इकलौता बेटा हमारा एकमात्र सहारा था, मुझे बेटे की शहादत पर गर्व है कि वह देश के काम आया। इतना कहकर वह रोने लगे। सीआरपीएफ के सीनियर डीआइजी वीके कौंडल ने आगे बढ़कर उन्हें संभाला। इसके बाद उन्होंने कहा कि बेटे की शादी इसी साल मई में तय थी। वह 10 फरवरी को हंसते -हंसते ड्यूटी पर पर गया, लेकिन हमें मालूम नहीं था कि वह अब नहीं आएगा।
देश इन शहीदों का रहेगा ऋणी हमेशा : आर अश्विन
पुलवामा में शहीद हुए हिमाचल और पंजाब के पांच शहीदों के परिवार को रोटरी क्लब व किंग्स इलेवन पंजाब की टीम की ओर से सम्मानित किया गया। इसमें पंजाब के तो चारों शहीद परिवार पहुंचे थे, लेकिन हिमाचल के कांगड़ा से शहीद हुए तिलक राज के परिवार से कोई इस सम्मान समारोह में नहीं पहुंचा। कार्यक्रम में हर शहीद के परिवार को 5-5 लाख रुपये का चेक दिया गया। इस मौके पर किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने कहा कि देश इन जवानों का हमेशा ऋणी रहेंगा, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। मैं सिर्फ शहीद परिवारों से मिलने के लिए यहरं आया हूं, इसलिए क्रिकेट की बात किसी दूसरे दिन करेंगे।
पुलवामा हमले का बदला ले लिया : वीके कौंडल
सीआरपीएफ पंजाब के सीनियर डीआइजी वीके कौंडल ने कहा कि सैनिक के शहीद होने पर देश के हर घर में मातम होता है। हम इस दुख को बयां नहीं कर सकते हैं, बस इतना कह सकते हैं कि हमनें पुलवामा हमले का बदला ले लिया है। शहीद परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है।