सेक्टर-22 की मार्केट से पीछे लगे थे शार्प शूटर, चौक पर ब्रेन में मारी गोली
सेक्टर-22 की मार्केट से ही देर रात घर जाने को निकले बाउंसर सुरजीत के पीछा शार्प शूटर लग गए थे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-22 की मार्केट से ही देर रात घर जाने को निकले बाउंसर सुरजीत के पीछा शार्प शूटर लग गए थे। बदमाशों ने मौका पाकर सेक्टर-38 स्माल चौक पर अंधेरे में कार सवार सुरजीत के ब्रेन में पहली गोली मारी। बदमाशों ने उसके शरीर पर और चार गोलियां माररी और उसके बाद दो फायरिग करके बाइक से फरार हो गए थे। सीसीटीवी कैमरे में धुंधली तस्वीर में वारदात कर भागते कैद बाइक सवार दो आरोपितों के खिलाफ मृतक सुरजीत की पत्नी मीनाक्षी की शिकायत पर पुलिस ने हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। वहीं, मंगलवार को जीएमएसएच-16 में स्वजनों, जानकारों और पुलिस की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस ने मंगलवार देर शाम प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। शिकायतकर्ता मीनाक्षी ने बताया कि उसने पति सुरजीत को देर रात करीब 11 बजे कॉल की थी। किसी अज्ञात ने कॉल रिसीव कर बताया कि सेक्टर-38 छोटे चौक पर सुरजीत को बाइक सवार हेलमेट पहनकर आए युवकों ने गोली मारी दी है। जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस की मदद से पीजीआइ में भर्ती करवाया और वहा डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। रेड लाइट पर रुका था सुरजीत
सीसीटीवी फुटेज में खुलासा हुआ कि अपने घर से एक किलोमीटर दूर छोटे चौक के समीप रेड लाइट पर सुरजीत ने कार रोकी थी। इसी दौरान बाइक सवार हेलमेट पहनकर आने वाले युवकों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। सीसीटीवी फुटेज में बाइक का नंबर स्पष्ट नहीं दिख रहा है। मृतक सुरजीत का एक 14 वर्षीय बेटा है। बाउंसरों की सप्लाई के कारण पैदा हुई से टसल
डीएवी-10 से पढ़ाई करने के बाद सुरजीत ट्राईसिटी में बाउंसर बनने के बाद बाउंसर प्रोवाइड करने का बड़ा काम करने लगा था। उसके बिजनेस में बढ़ने नाम और मुनाफे की वजह से दूसरे प्रोवाइडर्स से कई बार झगड़े भी हो चुके थे। छोटे-मोटे झगड़े की बात से भी उसके कई दुश्मन बन चुके थे। सकेतड़ी में बाउंसर मीत मर्डर केस में संदिग्ध आरोपित होने के बाद पुलिस ने जांच पूरी कर उसे क्लीन चिट दे दी थी। हालांकि उसके बाद से मीत पार्टी की ओर से सुरजीत की गहरी दुश्मनी चल रही थी। पुलिस अधिकारी, नामी लोगों के पैसे किए थे फाइनेंस
सुरजीत का सेक्टर-22 की मार्केट में फाइनेंस का काम था। उसने यूटी पुलिस के कई इंस्पेक्टरों, डीएसपी सहित शहर के कुछ नामी लोगों के भी पैसे फाइनेंसर के तौर पर मार्केट में इनवेस्ट कर रखे थे। पुलिस फेसबुक पर पोस्ट करने वाले के साथ एरिया का डंप एंड डाटा, कॉल डिटेल्स निकालकर संपर्क में रहने वालों से पूछताछ में लगी है। इसके साथ फाइनेंस में पुराने झगड़े, बड़े देनदारों से बकाया, काम पर रखने वाले बाउंसर्स से संबंध और लेनदेन और बिजनेस में खुन्नस हर पहलू पर पुलिस जांच कर रही है।