दो लोगों को खाना बांटकर फोटो खिंचवाने से काम साबित नहीं होता : किरण खेर
खेर ने कहा कि सोशल मीडिया पर गॉसिप करने से अच्छा है कि इस महामारी में राजनीति न कर प्रशासन का साथ देते।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी के बीच विपक्ष और बहुत से लोग सांसद किरण खेर के लापता होने का अभियान चला रहे थे। सांसद किरण खेर ने एक वीडियो संदेश जारी इनको जवाब देते हुए महामारी पर राजनीति नहीं करने को कहा है।
खेर ने कहा कि कहीं बाहर निकलकर दो लोगों को खाना बांटकर फोटो खिंचवा लेने से यह साबित नहीं होता कि वह काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर गॉसिप करने से अच्छा है कि इस महामारी में राजनीति न कर प्रशासन का साथ देते। यह लोग जो सोशल मीडिया पर किरण खेर कहां है लिख रहे हैं, अब उन्हें यह पता चल जाएगा कि वह चंडीगढ़ में ही हैं। प्रशासन में सबको पता है। डीजीपी को पता है, उन्होंने दिल्ली से मुझे लाने के लिए एस्कार्ट भेजी थी। डीसी को पता है जिन्होंने पास जारी किया। रविवार को मजबूर होकर जवाब देने आना पड़ा।
लॉकडाउन का मतलब समझो
किरण ने कहा कि काउंसलर अपने वार्ड में अच्छा काम कर रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं कि बाहर जाकर फोटो खिंचवाकर दिखावा किया जाए। यह लॉकडाउन है, इसमें दिखना जरूरी नहीं है। लॉकडाउन का मतलब है न कहीं घर से बाहर जाना है और न किसी को अंदर आने देना है।
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कोरोना से जीतने को प्रशासन अपनाए भीलवाड़ा मॉडल : कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ को कोरोना वायरस के प्रकोप के लिए हॉटस्पॉट के रूप में नामित किया गया है। प्रशासन के अथक प्रयासों के बावजूद हम अब भी कोविड-19 हॉटस्पॉट एरिया में आते हैं जोकि ङ्क्षचताजनक है और अब हमें राजस्थान सरकार के भीलवाड़ा मॉडल को अपनाकर इसको अमल में लाना चाहिए। भीलवाड़ा हॉटस्पॉट एरिया की श्रेणी में शामिल है और कोरोनो महामारी से निपटने में प्रभावकारी कार्य के लिए सराहनीय है। प्रशासन को भी चंडीगढ़ की सीमाओं को सील करना चाहिए और फिर टीमों का गठन करके कोविड-19 के लिए सभी घरों और निवासियों के व्यापक डोर-टू-डोर स्क्रीङ्क्षनग और परीक्षण का आदेश देना चाहिए।