हर साल तंबाकू से मरते हैं सात मिलियन लोग
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पीजीआइ चंडीगढ़ इस बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाएगा। पीजीआइ के कम्युनिटी मेडिसन और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के तहत ई-रिसोर्स सेंटर फॉर टोबैको कंट्रोल (ई-आरसीटीसी) स्ट्रेटेजिक इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च (सिपर्स) और द यूनियन साउथ-ईस्ट एशिया (द यूनियन) के सहयोग से विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2020 पर एक राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री शबाना गुप्ता मुख्य अतिथि रहेंगे। जबकि इंटरनेशनल कॉलेज आफ डेंटिस्ट के प्रेसिडेंट डॉ. आरपी गुप्ता, इंडिया डेंटल एसोसिएशन के सेक्रेटरी जनरल डॉ. अशोक धोबल, एचओ मुंबई, नेशनल प्रोफेशनल ऑफिसर (टीएफआइ) की विनित के गिल और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी मौजूद रहेंगे। ई-सिगरेट पर लगाई जाए रोक
पीजीआइ के कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के प्रो. सोनू गोयल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष तंबाकू से होने वाली बीमारियों से सात मिलियन से लोग अधिक तंबाकू के सेवन से मर जाते हैं। वहीं, द यूनियन साउड-ईस्ट एशिया के डिप्टी रीजनल डायरेक्टर डॉ. राणा जे सिंह ने बताया कि यूनियन की ओर से ई-सिगरेट और गर्म तंबाकू की बिक्री पर रोक लगाने की पुरजोर वकालत की है। सम्मेलन में बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव के विशेषज्ञ होंगे शामिल
पीजीआइ में 31 मई को होने वाले इस राष्ट्रीय सम्मेलन में बांग्लादेश, श्रीलंका और मालदीव के विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस बार वर्ल्ड नो टोबैको डे का विषय युवाओं का उद्योग द्वारा शोषण रोकने और उन्हें तंबाकू और निकोटिन के सेवन करने से रोकना है।