चंडीगढ़ में मातम, एक ही परिवार के 4 लोगों समेत 7 की जिंदगी लील गया हादसा
राजन सैनी, चंडीगढ़ : अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात हुए हादसे के बाद शनिवार को शहर में मातम सा माहौल दिखा।
राजन सैनी, चंडीगढ़ : अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात हुए हादसे के बाद शनिवार को शहर में मातम सा माहौल दिखा। एक ही परिवार के चार लोगों समेत 7 की मौत और 9 लोगों के घायल होने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। हाईवे पर दो टवेरा गाड़ियों को लाल रंग की एक वोल्वो बस ने टक्कर मार दी थी। जिसके कारण दोनों वाहनों में सवार 21 लोगों में से 7 की जान चली गई और 9 बुरी तरह से घायल हो गए। 8 घायलों को सेक्टर-32 स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कइयों की हालत गंभीर है। एक घायल का अंबाला में इलाज चल रहा है। वृंदावन धाम के दर्शन करने जा रहे थे सभी
मृतक और घायल सभी एक-दूसरे के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार लोग चंडीगढ़ से दो टवेरा गाड़ियों को बुक करके वृंदावन धाम के दर्शनों के लिए जा रहे थे कि अचानक अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर एक टवेरा गाड़ी खराब हो गई। जिसे ड्राइवर ने हाईवे पर ही एक साइड लगाकर ठीक करने की कोशिश की। दूसरी टवेरा उसके आगे खड़ी की गई थी और दोनों वाहनों में 21 लोग थे। उसी दौरान पीछे से आ रही वोल्वो बस ने जोरदार टक्कर मार दी। 10 मीटर दूर जाकर गिरी दोनों गाड़ियां
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों टवेरा गाड़ी 10 मीटर की दूरी पर जा गिरी और 7 लोगों की मौके पर मौत हो गई। वहीं, 11 लोग बुरी तरह से घायल हो गए। शोर सुनकर लोग जुटे और सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने घायलों को नजदीकी अस्पताल में दाखिल कराया। कपूर परिवार के चार लोग मरे, परिवार की दो बेटियां दुनिया में नहीं
इस हादसे में सेक्टर-30 के मकान नंबर-73 में रहने वाले कपूर परिवार के 4 सदस्यों की मौत हो गई। हादसे में परिवार की 43 वर्षीय आशा और कविता कपूर और उनकी दो बेटियां 9 वर्षीय हर्षिता और 18 वर्षीय रंजू की मौत हो गई। 9 वर्षीय हर्षिता तीसरी कक्षा और रंजू बीटेक की छात्रा थी। वहीं, आशा और कविता गृहिणी थी। कपूर परिवार में छह माह पहले हुई थी बेटे जतिन की शादी
कपूर परिवार में 6 महीने पहले जहां शादी की शहनाई गूंज रही थी, वहीं, शनिवार को पूरे परिवार पर कहर टूट गया। हादसे की खबर जैसे ही परिवार के अन्य सदस्यों को पता चली, तो पूरे घर में कोहराम मच गया। पड़ोसियों ने बताया कि 6 महीने पहले ही आशा के बड़े बेटे जतिन की शादी हुई थी। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद दो बजे चारों सदस्यों के शव घर पहुंचे, जिससे परिवार में चीख-पुकार मच गई और पूरी कॉलोनी में मातम पसर गया। सेक्टर-25 में एक साथ जलीं चिताएं
शव आने की खबर से मृतकों के घर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। बाद में शाम को घर से अंतिम संस्कार करने के लिए एक साथ चारों शव उठाए गए। बाद में सेक्टर-25 स्थित क्रिमेशन ग्राउंड में संस्कार किया गया। मैंने मना भी किया था कि मत जाओ
आशा के बेटे जतिन ने रोते हुए बताया कि मैंने मना भी किया था कि मत जाओ। लेकिन मेरी एक बार भी नहीं सुनी। अगर मेरी बात मान लेते तो ये सब न होता। आंटी के साथ जा रहा था पीयूष, लाश देखते ही मां हो गई बेहोश
हादसे में तीन अन्य लोगों की मौत भी हुई है, जिसमें एक पांच वर्ष का बच्चा भी है। पीयूष भी अपनी आंटी के साथ गाड़ी में घूमने जा रहा था। लेकिन हादसे में उसकी मौत की खबर सुनकर सारे घर में मातम पसर गया। जैसे ही पीयूष के शव को उसकी मां ने देखा, तो वे बेहोश हो गई। वहीं, हादसे में मारे गए ड्राइवरों के परिवार वालों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मिली जानकारी के अनुसार एक ड्राइवर की बेटी बार-बार अपने पिता को फोन कर साथ ले जाने की बात कर रही थी, लेकिन ड्राइवर पिता ने उसे साथ ले जाने से मना कर दिया। शोक में सेक्टर-19 की सदर मार्केट रही बंद
हादसे के बाद शहर की सेक्टर-19 के सदर मार्केट के दुकानदारों ने भी शोक जताया और दुकानों को बंद रखा। परिवार के मुखिया राजेश कपूर की सेक्टर-19 की सदर मार्केट में कपड़ों की दुकान है। मार्केट के अन्य दुकानदारों को जैसे राजेश के परिवार के साथ हुए इस हादसे का पता चला, तो वे दुख बांटने के लिए उनके घर गए और शोकग्रस्त परिवार को सांत्वना दी।