Corona Effect : शिक्षा सत्र को बढ़ाया जाएगा आगे, अप्रैल में नहीं होंगे स्कूलों में दाखिले
नए शैक्षणिक सत्र के देरी से शुरू होने पर सबसे बड़ी चुनौती सिलेबस को समय पर खत्म करना होगा। अगर मई माह में नया सत्र शुरू होता है तो टीचर्स को सिलेबस पूरा करवाना एक चुनौती होगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस का असर आगामी शिक्षा सत्र पर भी पड़ेगा। इसकी वजह से बिगड़ते हालात को देखते हुए बोर्ड परीक्षा के अलावा कॉलेज और यूनिवर्सिटी में होने वाली परीक्षाएं भी रद कर दी गई हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा असर स्कूलों में होने वाले दाखिले प्रक्रिया पर पड़ेगा। अप्रैल के शुरुआती सप्ताह में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाती हैं, लेकिन परीक्षाएं रद होने की वजह से माना जा रहा है कि मई माह के अंत तक दाखिला प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। हालांकि अभी फिलहाल 31 मार्च तक परीक्षाओं को रद किया हुआ है।
सीबीएसई नॉर्थ जोन की प्रवक्ता रमा शर्मा का कहना है कि अभी फिलहाल 31 मार्च तक ही स्कूलों को बंद करने के आदेश आए हुए हैं। अगर हालात सामान्य नहीं होते हैं तो अप्रैल के अंतिम सप्ताह में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो सकती हैं लेकिन अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। नए शैक्षणिक सत्र के देरी से शुरू होने पर सबसे बड़ी चुनौती सिलेबस को समय पर खत्म करना होगा। अगर मई माह में नया सत्र शुरू होता है तो टीचर्स को सिलेबस पूरा करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा।
परीक्षाओं को लेकर होनी है बैठक
सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा के लगभग पांच से ज्यादा पेपर रद कर दिए गए हैं। ऐसे में परीक्षाओं के द्वारा आयोजन को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की बैठक 26 या 28 मार्च को आयोजित होगी। इस बैठक में बोर्ड परीक्षाओं के पेपर करवाने पर विचार विमर्श होगा। छोटी क्लास के लिए भी है मुसीबत पांचवीं से 9वीं और 11वीं क्लास की परीक्षा खत्म हो चुकी है। इन परीक्षाओं के पेपर चेक करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा टीचर्स को घर बैठकर काम करने की सलाह दी है। ऐसे में घर बैठकर पेपरों को चेक करना टीचर्स के लिए भी मुश्किल काम है।