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स्वच्छता रैंकिंग आने के बाद शुरू होगा चंडीगढ़ में सेग्रीगेशन, जानें क्या है याेजना

केंद्र सरकार की ओर से स्वच्छता रैंकिंग की घोषणा मार्च में होगी। लेकिन सूखा और गीला कचरा इकट्ठा करने के लिए गाड़ियां अप्रैल में आएंगी।

By Edited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 05:03 PM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 02:23 PM (IST)
स्वच्छता रैंकिंग आने के बाद शुरू होगा चंडीगढ़ में सेग्रीगेशन, जानें क्या है याेजना
स्वच्छता रैंकिंग आने के बाद शुरू होगा चंडीगढ़ में सेग्रीगेशन, जानें क्या है याेजना

चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। केंद्र सरकार की ओर से स्वच्छता रैंकिंग की घोषणा मार्च में होगी लेकिन सूखा और गीला कचरा इकट्ठा करने के लिए गाड़ियां अप्रैल में आएंगी। ऐसे में सेग्रीगेशन का काम मई माह में शुरू होगा। शहर के लिए 455 गाड़ियां खरीदने का ऑर्डर स्मार्ट सिटी ने कर दिया है। जिस पर 31 करोड़ रुपये का खर्चा आ रहा है।

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एनजीटी ने शहर में सेग्रीगेशन शुरू करने और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 को लागू करने के लिए 30 मार्च की डेडलाइन तय की है। यह सभी गाड़ियां सीएनजी की होंगी और बी-6 लगा होगा। बी-6 इंजन की गाड़ियां अप्रैल माह में ही शुरू हो रही हैं। स्मार्ट सिटी के सीईओ केके यादव का कहना है कि बी-6 इंजन के कारण ही गाड़ियां खरीदने में अभी जल्दबाजी नहीं की जा रही है। ऐसे में अप्रैल माह में गाड़ियां आने पर पूरे शहर में सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन शुरू हो जाएगा।

पिछली बार पिछड़ गया था शहर

पिछले साल भी स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ सेग्रीगेशन शुरू न होने के कारण पिछड़ गया था। हालांकि इस समय चंडीगढ़ के गांवों में सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू हो गया है। इसके लिए नगर निगम पहले ही 99 गाड़ियां खरीद चुका है। एनजीटी ने दस लाख जनसंख्या वाली लोकल बॉडीज पर दस लाख, पांच से दस लाख जनसंख्या वाली बॉडीज पर पांच लाख और इससे कम जनसंख्या वाली लोकल बॉडीज पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश जारी किए हुए हैं।

गारबेज कलेक्टर्स ही गाड़ियों में तैनात होंगे

नगर निगम का डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्टर्स के साथ इस बारे में एमओयू भी साइन हो चुका है। गारबेज कलेक्टर इन गाड़ियों में ही तैनात होकर डोर-टू-डोर गारबेज इकट्ठा करेंगे। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के तहत मलबा प्रोसेसिंग प्लांट भी लगना जरूरी है जोकि चंडीगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में लगा हुआ है। 2019 के 12 अक्तूबर से नगर निगम ने सेग्रीगेशन सिस्टम को अनिवार्य रूप से लागू किया है। लेकिन अब शहर में इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है।

टाप-10 में आने की उम्मीद नहीं

इस साल भी चंडीगढ़ स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में चंडीगढ़ की स्थिति ज्यादा सुधरने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है जबकि चंडीगढ़ नगर निगम का टाप-10 में आना आसान नहीं है। न तो अभी तक सूखे और गीले कचरे का सेग्रीगेशन सिस्टम शुरू हुआ है और न ही अभी तक शहर के पब्लिक टॉयलेट्स की हालत सुधरी है। रैं¨कग के लिए केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ का सर्वे कर लिया है।पिछले साल सेग्रीगेशन शुरू न होने पर चंडीगढ़ की रैं¨कग तीसरे से गिरकर 20वें नंबर पर पहुंच गई थी।


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