सेक्टर-23 मर्डर केसः पेरेंट्स गवर्नमेंट टीचर, दोनों बच्चों की अप्रैल से नहीं जमा हुई स्कूल फीस
सरकारी मकान में आपसी विवाद के कारण गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसान की टीचर पत्नी की हत्या सिर पर डबंल से गहरी चोट मारकर की थी।
चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]। सेक्टर-23 स्थित सरकारी मकान में आपसी विवाद के कारण गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसान की टीचर पत्नी की हत्या सिर पर डबंल से गहरी चोट मारकर की थी। इस मामले में पुलिस की जांच के दौरान एक नया खुलासा भी हुआ है। जिसके सामने आया कि पेरेंट्स के गवर्नमेंट टीचर होने के बावजूद अप्रैल महीने से अब तक दोनों बच्चों के स्कूल फीस बकाया था। इस दौरान बच्चों के स्कूल में न कोई गया और न किसी ने प्रिंसिपल से स्कूल फीस के बारे में कोई बातचीत की है। इससे साफ पता चला रहा है कि दोनों पति-पत्नी के बीच में पारिवारिक बात को लेकर काफी अनबन चल रही थी।
इससे पहले खुलासा हो चुका है कि आरोपित पति ने सबूत मिटाने की मंशा से खून से सने डबंल को पानी से धोकर वापस उसी जगह रख दिया। जिसके बाद आरोपित ने पत्नी का शव कंबल से लपेटकर उपर वाले कमरे में बंद कर दिया था। पुलिस की पड़ताल में हत्या के तरीके और आपसी विवाद के तौर पर वजह का खुलासा हुआ है। बड़े बेटे ने अपने बयान में अक्सर पेरेंट्स की लड़ाई का जिक्र किया है। जबकि अभी तक फरार आरोपित टीचर मंदीप के कब्जे में उसका छोटा बेटा जश्नदीप है। सेक्टर-17 थाना पुलिस ने आरोपित मंदीप के खिलाफ पत्नी की हत्या और बड़े बेटे की हत्या की कोशिश के तहत धारा 302 और 307 के तहत केस दर्ज किया है।
चार टीमों में 17 जवानों की रेड
सेक्टर-17 थाना प्रभारी राम रतन शर्मा के नेतृत्व में पुलिस की चार टीमें पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सेक्टर-47 के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आरोपित टीचर मंदीप लगातार छापामारी कर रही है। इन टीम में सुपरविजन अधिकारी के नेतृत्व में कुल 17 जवान शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग की सर्विलांस टीम लगाकर आरोपित और रिस्तेदारों के मोबाइल पर नजर बनाकर रखा है। पत्नी की हत्या के बाद बच्चे की हत्या करने की आशंका में आरोपित ने खुद भी छोटे बेटे के साथ सुसाइड नहीं कर लिया? इस प्वाइंट पर भी पुलिस की जांच घूम गई है।
15 सितंबर को वापस आया, दो लोगों को लौटाए पैसे
आरोपित मंदीप 14 सितंबर की सुबह दोनों बेटों को लेकर मत्था टेकने के बहाने कार से पंजाब के लिए निकल गया था। इससे पहले ही वह पत्नी ज्योति रानी की हत्या कर उपर वाले कमरे में लाश कंबल से लपेटकर ठिकाने लगा चुका था। इसके बाद आरोपित 15 सितंबर को दोबारा से चंडीगढ़ आया और उसने दो लोगों को पैसे भी वापस किए थे।
बर्थे-डे वाले दिन बेटे को मौत के मूंह में फेंका
पंजाब के दोराहा नहर के हत्यारोपित पिता द्वारा धक्का देने का बयान देकर 13 वर्षीय इसमीत रोने लगा। उसने बताया कि 15 सितंबर को उसका बर्थ-डे होता है। उसे नहीं मालूम था कि उसके पिता उसके जन्मदिन पर ही उसे मारने चाहते है। हत्यारोपित ने इसमीत को नहर में धक्का देने के बाद छोटे बेटे जश्नमीत को लेकर भागा है। किसी तरह नहर से बचकर लुधियाना पुलिस तक पहुंचे इसमीत ने चंडीगढ़ में होने वाले हत्याकांड का खुलासा करवाया।