एसडी कॉलेज के पूर्व छात्र मनीष ने बॉक्सम में जीता गोल्ड
पेन में आयोजित प्रतिष्ठित बॉक्सम टूर्नामेंट में एसडी कॉलेज-32 के पूर्व छात्र मनीष कौशिक ने गोल्ड मेडल जीता है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़
स्पेन में आयोजित प्रतिष्ठित बॉक्सम टूर्नामेंट में एसडी कॉलेज-32 के पूर्व छात्र मनीष कौशिक ने गोल्ड मेडल जीता है। मनीष इससे पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर चुके हैं। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं, कॉलेज की महिला बॉक्सर जैसमीन ने सिल्वर मेडल जीता है। बीए फाइनल ईयर में पढ़ती जैसमीन मौजूदा समय में 57 किलो भार वर्ग की खिलाड़ी हैं और वह अपने पहले सीनियर टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही थी। खास बात यह है कि टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल में जैसमीन ने बड़ा फेरबदल करते हुए अमेरिका की उस महिला बॉक्सर को हराया, जो पिछले साल टूर्नामेंट की चैंपियन थी। एसडी कॉलेज-32 के प्रिसिपल डॉ. बलराज थापर ने जैसमीन और मनीष कौशिक को जीत की बधाई दी है। ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले के लिए संभावित खिलाड़ी बनेगी जैसमीन
एसडी कालेज-32 के प्रोफेसर राजेंद्र मान ने बताया कि ओलंपिक में पांच भार वर्ग में महिला बॉक्सिग मुकाबले होते हैं। इसमें से मैरीकॉम, पूजा रानी, लोवलिना बोर्गोहिन बॉक्सर्स और सिमरनजीत कौर का चयन ओलंपिक के लिए पहले ही हो गया था। केवल 57 किलो भार वर्ग में किसी भारतीय महिला बॉक्सर का चयन ओलंपिक के लिए नहीं हुआ है, क्योंकि फेडरेशन ने जिस महिला बॉक्सर को ओलंपिक क्वालीफाइंग मुकाबले में भेजा था, वह चयनित नहीं हो सकी। इसलिए इस मुकाबले में मेडल जीतने के बाद जैसमीन अपने भार वर्ग के संभावित खिलाड़ी में से सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन गई हैं। जिस वजह से उन्हें ओलंपिक क्वालीफायर मुकाबले में जाने की उसे तरजीह मिलेगी। जैसमीन इससे पहले भी जीत चुकी है कई मेडल
जैसमीन इससे पहले भी कई प्रतियोगिताओं में खुद को साबित कर चुकी हैं। पिछले साल मंगोलिया में आयोजित यूथ एशियन चैंपियनशिप में जैसमिन ने ब्रांज मेडल जीता था। जैसमीन ने 57 किलो भार वर्ग में खेलते हुए यह मेडल जीता था। उत्तराखंड के रुद्रपुर में आयोजित यूथ नेशनल बॉक्सिग चैंपियनशिप में बेस्ट बॉक्सर रहीं थी। साल-2019 उदयपुर में आयोजित ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में भी जैसमीन ने गोल्ड मेडल जीता था। इस प्रतियोगिता में जैसमीन ने बड़ा उलटफेर करते हुए इंटरनेशनल खिलाड़ी मनीषा मौन को फाइनल में हराकर खिताब जीता था। वह दो बार आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।