मानव संसाधन विकास मंत्रालय विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्राें काे देगा स्कॉलरशिप Chandigarh News
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा विदेशों में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को एक बेहतरीन तोहफा दिया है।
चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा विदेशों में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को एक बेहतरीन तोहफा दिया है। इस तोहफे के तहत दूसरे देशों में पढ़ रहे भारतीय स्टूडेंट्स को विभिन्न प्रकार की स्कॉलरशिप देने का एलान किया गया है।
इस स्कीम का लाभ केवल उन स्टूडेंट्स को मिलेगा जो विदेशाें में हायर स्टडी कर रहे हैं। एमएचआरडी ने उन्हें स्कॉलरशिप देने का निर्णय किया है। चंडीगढ़ से भी हर वर्ष करीब 1500 से दो हजार स्टूडेंट्स विदेश पढ़ाई के लिए जाते हैं। अनुसूचित जाति के स्टूडेंट्स के लिए राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति देश के अनुसूचित जाति के स्टूडेंट्स के लिए राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति का एलान किया गया है। यह योजना सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग द्वारा कार्यावित की जाएगी।
इस योजना को जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा कार्यावित किया जाएगा। जहां मास्टर स्तर के पाठ्यक्रमों को करने के लिए मेधावी अनुसूचित जनजाति के छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।स्कॉलरशिप का लाभ उठाने के लिए स्टूडेंट्स के परिवार की आय सीमा छह लाख प्रति वर्ष रखी गई है। डॉक्टरेट अध्ययन करने के लिए चयनित को चार वर्ष की अवधि के लिए 24,000 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष की फेलोशिप प्रदान की जाएगी। इसके अलावा एकमुश्त आकस्मिकता फेलो को 60,000 रुपये और रिटर्न एयरफेयर की सुविधा मिलेगी।
इन कोर्स के स्टूडेंट्स को भी मिलेगा लाभ
ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन स्टूडेंट्स को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) नाम से भी स्कॉलशिप मिलेगी। एआइसीटीई ने सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर सिस्टम (एमआइटीएसीएस) के सहयोग से एआइसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों के छात्रों को अपनी योजना 'सें¨डग स्टूडेंट्स' के माध्यम से कनेडियन विश्वविद्यालयों में इंटर्नशिप से गुजरने के लिए 2018 से एक मंच प्रदान करता है। इसमें रिसर्च इंटर्नशिप के लिए विदेश में स्टूडेंट्स बड़ी संख्सा में पढ़ रहे हैं।
भारत-हंगरी समझौते के तहत भी मिलेगा लाभ
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के तहत भारत और हंगरी के बीच एक समझौता हुआ था। हंगरी सरकार के शिक्षा विनिमय कार्यक्रम के अंतर्गत इसे शुरू किया गया था। हंगेरियन उच्च शिक्षा संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए 200 भारतीय छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। सांस्कृतिक से संबंधित स्टूडेंट्स के लिए भी स्कॉलरशिप सांस्कृतिक और शैक्षिक विनिमय कार्यक्रम के तहत इटली, मैक्सिको, इजराइल, चीन, दक्षिण कोरिया, हंगरी, राष्ट्रमंडल छात्रवृत्ति (न्यूजीलैंड) और राष्ट्रमंडल छात्रवृत्ति (यूके) भारतीय छात्रों के लिए अपने-अपने देशों में उच्च शिक्षा में छात्रवृत्ति की पेशकश कर रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इन छात्रवृत्ति के लिए नामांकन प्रक्रिया की सुविधा के लिए कार्य करना शुरू कर दिया है।