भविष्य बचाने के लिए आज ही करनी होगी ऊर्जाकी बचत
पर्यावरण के बदलते रूप के बाद अगर अपने भविष्य को बचाना है तो अभी से शुरुआत करनी पड़ेगी। उसके लिए न केवल खुद जागरूक होना होगा बल्कि दूसरों को भी करना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, मोहाली : पर्यावरण के बदलते रूप के बाद अगर अपने भविष्य को बचाना है तो अभी से शुरुआत करनी पड़ेगी। उसके लिए न केवल खुद जागरूक होना होगा बल्कि दूसरों को भी करना पड़ेगा।
इसी संबंध में शुक्रवार को ज्ञान ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी की तरफ से विश्व ऊर्जा दिवस मनाया गया। कैंपस में सेमिनार व पेंटिंग मुकाबलों का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों ने प्राकृतिक ऊर्जा का अधिक से अधिक उपयोग व उर्जा के संरक्षण के बारे में विचार साझे किए। संस्थान में 200 किलोवाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है, जिससे संस्थान को बिजली की पूर्ति होती है। इस के साथ ही कुछ बिजली समाज के लिए भी उपयोग की जाती है। चेयरमैन जीएस बेदी ने स्टूडेंट्स को चीन जैसे देशों की उदाहरण देते हुए कहा कि चीन ने न सिर्फ अपनी आबादी पर कंट्रोल किया है बल्कि वह कुदरती स्त्रोतों का भी सही तरीके से उपयोग कर रहा है। डायरेक्टर डॉ अनीत बेदी ने छात्रों को कहा कि विश्व स्तर पर टेकनोलॉजी में सुधार हो रहा है। नई तकनीकों के माध्यम से कुदरती स्त्रोत जैसे सूर्य की ऊर्जा, हवा, पानी, गोबर गैस, ओद्यौगिक व घरेलू कचरा आदि के सही उपयोग से देश में बिजली के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित छात्रों को जरूरत न होने पर बिजली के उपकरणों को बंद रखकर बिजली बचाने की सलाह देते हुए बिजली का कम उपयोग करने व दिन के समय सूर्य की रोशनी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। अंत में विजयी छात्रों को सम्मानित भी किया गया।