2.5 एकड़ में चंदन की लकड़ी के कलस्टर तैयार किए जाएंगे
मुल्लांपुर स्थित जंगली और बंजर इलाके को अब वन विभाग की ओर से संवारने की तैयारी की गई है।
संस, मुल्लापुर : मुल्लांपुर स्थित जंगली और बंजर इलाके को अब वन विभाग की ओर से संवारने की तैयारी की गई है। करीब 37 एकड़ जमीन में नगर वन स्थापित किया जाएगा। जहां पर आकर्षक और शानदार पौधे लगाए जाएंगे। इसी तरह 2.5 एकड़ जमीन पर चंदन की लकड़ी के कलस्टर के रूप में तैयार किया जाएगा। बेंगलुरु से आई विशेषज्ञों की टीम ने इलाके का दौरा कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। उम्मीद है कि जल्दी ही इस इलाके की सूरत बदल जाएगी। ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी गमाडा ने मुल्लांपुर सिसवां सड़क के निर्माण के लिए दी गई जमीन के बदले में यह जमीन दी थी। यह ज्यादातर जमीन बंजर थी। विभाग के प्रयासों से इसे नगर वन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके चारों तरफ कंटीली तार लगाई गई हैं और इस जंगल के बीच से गुजरने के लिए रास्ते बनाए जाएंगे, जिससे लोग इस क्षेत्र का दौरा कर पाएं। इसके साथ ही जंगल की सुंदरता का आनंद उठा पाए। मुल्लापुर के जंगलों में 2.5 एकड़ रकबे को चंदन की लकड़ी के कलस्टर के रूप में स्थापित किया जाएगा। चंदन के पेड़ों की बढ़ोतरी के लिए यह तुजुर्बा काफी फायदेमंद रहा है। दरअसल नया कलस्टर देश व्यापी दिलचस्पी को बढ़ा रहा है। वहीं, वुड इंस्टीट्यूट ऑफ बेंगलुरु की वनस्पति विभाग की टीम ने इस इलाके का दौरा किया है। वन विभाग ने अपनी जमीन को कब्जों से मुक्त करवाने की दिशा में भी काम शुरू कर दिया है। पठानकोट में 12 हजार एकड़ रकबे समते बीस हजार एकड़ रकबे को कब्जों से मुक्त करवाया गया है। इस मामले में कानूनी दखल जारी है। जल्दी ही जमीन का बड़ा हिस्सा कब्जों से मुक्त करवाया जाएगा।