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चंडीगढ़ में गारबेज कलेक्शन चार्जेस बढ़ाने के विरोध में RWA, आप और कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की बनाई रणनीति

नगर निगम ने शहर में गारबेज कलेक्शन चार्जेस 5 प्रतिशत बढ़ा दिए गए हैं। लोगों को गारबेज कलेक्शन चार्जेस पानी के बिल में जुड़कर आ रहा है। इसका शहर की आरडब्ल्यूए विरोध कर रही हैं। वहीं आप और कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की रणनीति बना ली है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 09:54 AM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 09:54 AM (IST)
चंडीगढ़ में गारबेज कलेक्शन चार्जेस बढ़ाने के विरोध में RWA, आप और कांग्रेस ने भाजपा को घेरने की बनाई रणनीति
चंडीगढ़ में गारबेज क्लेक्शन चार्जेस 5 प्रतिशत बढ़ा दिए गए हैं। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। नगर निगम ने शहर में गारबेज कलेक्शन चार्जेस 5 प्रतिशत बढ़ा दिए गए हैं। लोगों को गारबेज कलेक्शन चार्जेस पानी के बिल में जुड़कर आ रहा है। चार्जेस बढ़ाने का यह मामला इस माह की होने वाली सदन की बैठक में उठेगा। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के पार्षद इस मामले को लेकर भाजपा को घेरेंगे। शहर में डेढ़ लाख घर और कामर्शियल इमारतें है जिन पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है। हर साल गारबेज कलेक्शन चार्जेस 5 फीसद बढ़ते हैं। इस समय अगर कोई अपने घर का गारबेज नगर निगम की गाड़ियों को नहीं भी देता है तब भी पानी के बिल में चार्जेस जुड़कर आते हैं। इसका शहर की आरडब्ल्यूए विरोध कर रही हैं। शहर में जो छोटे घर हैं जहां पर पानी का बिल आता है वहां पर कई जगह पानी का बिल गारबेज कलेक्शन चार्जेस से कम है। इस समय शहर में नगर निगम की 399 गाड़ियां लोगों के घरों से कचरा इकट्ठा करने के लिए लगाई गई हैं। 

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शहर में 90 फीसद लाेग सूखा और गीला कचरा अलग अलग करके नगर निगम को दे रहे हैं, लेकिन नगर निगम को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। क्योंकि डड्डूमाजरा के गारबेज प्लांट की मशीनें कंडम हैं। मुश्किल से 100 टन कचरा प्रोसेस हो रहा है जबकि प्रतिदिन शहर से 500 टन कचरा निकलता है। इस वजह से डंपिंग ग्राउंड में कचरे का पहाड़ बढ़ता जा रहा है।

नगर निगम सदन की बैठक में शहर में कूड़ा लेने के शुल्क तय होने के बाद से 18 मार्च 2019 को प्रशासन की ओर से अधिसूचना जारी की गई थी। इसमें आवासीय, व्यावसायिक, होटल, इंडस्ट्रीज, धर्मशालाओं के अलग-अलग शुल्क तय गए थे। वहीं गांवों में भी कूड़ा लेने के लिए शुल्क तय हुए है। इस दौरान अधिसूचना में तय किया गया कि हर साल चार्जेस में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। एक साल बीतने के बाद मार्च और अप्रैल के पानी के बिलों में पांच प्रतिशत शुल्क बढ़ाकर बिल दिया गया है। वहीं 20 मई को डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन सोसाइटी के पदाधिकारियों के साथ कमिश्नर की बैठक हो रही है। बैठक में कलेक्टर्स अपनी मांगों को कमिश्नर के सामने उठाएंगे। सोसाइटी के चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी का कहना है कि समझौते के अनुसार नगर निगम अपना वायदा पूरा नहीं कर रहा है। उनका कहना है कि गारबेज कलेक्शन चार्जेस तो बढ़ गए हैं लेकिन उनका वेतन नहीं बढ़ाया गया है।


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