100 नंबर पर कॉल करने वाले की जानकारी होती है लीक, एसएसपी के सामने लोगों ने उठाए सवाल
सेक्टर-22 स्थित कम्युनिटी सेंटर में चंडीगढ़ रेजिडेंट्स एसोसिएशंस वेलफेयर फेडरेशन (क्राफ्ड) ने लॉ एंड ऑर्डर पर कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें एसएसपी निलांबरी विशेष अतिथि के तौर पर पहुंची।
जेएनएन, चंडीगढ़। पुलिस कंट्रोल रूम में 100 नंबर पर कॉल करते हैं तो कॉल करने वाले की जानकारी लीक हो जाती है। मदद मिलना तो दूर शिकायतकर्ता को ही धमकाना शुरू कर दिया जाता है। ऐसे में कई बार लोग अपराधिक घटनाओं की शिकायत करने से भी डरते हैं। पुलिस और उसकी कार्यप्रणाली पर ऐसे ही बहुत से सवाल रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने उठाए। एसएसपी निलांबरी विजय जगदाले के सामने लोगों ने खुलकर शिकायतें की। शिकायतों के साथ कानून-व्यवस्था बेहतर करने के सुझाव भी दिए। सेक्टर-22 स्थित कम्युनिटी सेंटर में चंडीगढ़ रेजिडेंट्स एसोसिएशंस वेलफेयर फेडरेशन (क्राफ्ड) ने लॉ एंड ऑर्डर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें एसएसपी निलांबरी विशेष अतिथि के तौर पर पहुंची थी।क्राफ्ड चेयरमैन हरीश पुरी ने कहा कि पुलिस और आरडब्ल्यूए का आपसी सहयोग बेहद जरूरी है। सीसीटीवी कैमरे कन्सेशनल रेट पर उपलब्ध करवाने में भी पुलिस को सहयोग करना चाहिए। सेक्टरों की अंदरुनी सड़कों की साइड में वाहन पार्क करने की मंजूरी मिलनी चाहिए।
छोटे मामलों में पुलिस शिकायत दर्ज नहीं करती
सेक्टर 23 वेस्ट आरडब्ल्यूए प्रेशर नेहा अरोड़ा ने कहा कि पुलिस साइकिल चोरी जैसे छोटे-छोटे मामलों की शिकायत तक दर्ज नहीं करती है। शिकायत के बाद भी पुलिस ने एक्शन नहीं लिया तो उन्होंने फॉलो कर खुद चोर को पकड़ा था। पुलिस उसके बाद भी सहायता नहीं करती। 100 नंबर पर कॉल करने वाली जानकारी लीक हो जाती है। सीसीटीवी लगाने के लिए पुलिस से फंड मांगने के साथ कैमरे कहां लगाए जाएं यह चिन्हित करने में भी मदद मांगी।
छोटे-छोटे बच्चे कर रहे क्राइम
आरडब्ल्यूए प्रेसिडेंट अनिल दुबे का कहना है कि उनके एरिया में छोटे-छोटे बच्चे क्राइम कर रहे हैं। पुलिस पकड़ने के बाद उन्हें छोड़ देती है। जिससे उनका डर खत्म हो जाता है। पुलिस रात के समय पेट्रोलिंग नहीं करती। उनके एरिया में बहुत से सीसीटीवी भी खराब हैं। कई कैमरे गलत जगह पर लगे हैं।
सीसीटीवी लगाने में पुलिस मदद करे
क्राफ्ड के जनरल सेक्रेटरी रजत मल्होत्रा का कहना है कि इंदिरा कॉलोनी मार्केट के अंदर वेंडर्स की एंक्रोचमेंट रुकनी चाहिए। फुटपाथ तक चलने को नहीं बचे। रोड साइड वाहनों के खड़े होने से भी दिक्कत होती है। आरडब्ल्यूए खुद अपने खर्चे पर एरिया में सीसीटीवी लगा रही है। एंट्री और एग्जिट गेट आरडब्ल्यूए ज्यूरीसडिक्शन में नहीं आती। ऐसे में यहां सीसीटीवी लगाने में पुलिस मदद करे।
सभी को आइ कार्ड दिए जाने चाहिए
आरडब्ल्यूए के एक सदस्य ने कहा कि जोमेटो, स्विगी से जुड़े डिलीवरी पर्सन और वेंडर्स को आईडी कार्ड दिए जाने चाहिए। कई बार वेंडर या डिलीवरी ब्वॉय रेकी कर सकते हैं। ऑटो पर लगाम लगी नहीं अब नई समस्या बढ़ती टैक्सी कैब बन गई है। यह सड़कों पर तेजी से दौड़ने के साथ ही रोड साइड पार्क कर परेशानी भी बढ़ा रहे हैं।
स्कीम के तहत लगाए गए हैं सीसीटीवी
एसएसपी निलांबरी विजय जगदाले का कहना है कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए आरडब्ल्यूए को शामिल करना होगा। इसके लिए महीने में कम से कम एक पुलिस के पास सीसीटीवी के लिए फंड नहीं होता। निगेहबान स्कीम के तहत कोई 12 हजार सीसीटीवी लगाए गए हैं। इनमें से 10 प्रतिशत खराब हैं। उन्हें भी ठीक किया जा रहा है।सीसीटीवी बल्क में खरीदेंगे तो वह सस्ते मिलेंगे।नाइट विजन, वाइड ऐंगल जैसे कैमरे कहां लगेंगे इसमें पुलिस आरडल्यूए मदद करेगी। कई जगह दुकानदार शाम को दुकान के साथ सीसीटीवी भी बंद कर जाते हैं। पीसीआर पहले एक ही जगह खड़ी होती थी अब उसकी पेट्रोलिंग शुरू करवाई है। नाकों की जगह भी बदली है। 100 नंबर से जुड़ी जो शिकायत है उसे भी चैक कराया जाएगा।