जस्टिस रणजीत आयोग का सीधे बादल पर निशाना, कहा- पुलिस कार्रवाई की थी जानकारी
पंजाब विधानसभा के मॉनसून सत्र में कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पेश कर दी। रिपोर्ट में पुलिस कार्रवाई के लिए बादल को भी जिम्मेदार ठहराया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा की मॉनसून सत्र में सोमवार को धार्मिक ग्रंथों से बेअदबी व बहिबलकलां फायरिंंग पर जस्टिस रणजीत सिंह अायोग की रिपोर्ट पेश कर दी गई। रिपोर्ट में इसके लिए पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बादल न सिर्फ जिला प्रशासन के संपर्क में थे, बल्कि वह पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर डीजीपी के भी संपर्क में थे।
रिपोर्ट पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। शिअद व भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकअाउट किया। विधानसभा में 1984 के सिख विरोधी दंगे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर भी काफी हंगामा हुआ। इससे पहले विधानसभा के कार्यवाही शुरू होने से पहले शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने विधानसभा परिसर मेें धरना दिया।
जस्टिस रणजीत आयोग की रिपोर्ट, जिसमें बादल पर निशाना साधा गया है।
लोक इंसाफ पार्टी के विधायकों ने बलविंदर सिंह बैंस और सिमरजीत सिंह बैंस भी धरने पर बैठ गए। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बाहर शिअद के विधायकों ने प्रदर्शन किया। शिअद विधायकों ने विस परिसर में धरना दिया। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने आरोप लगाया है कि दादू वालों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट तैयार कराई है। सुखबीर ने सवाल किया कि कल रात को दादूवाल कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर पर क्यों आए थे।
उन्होंने यह भी पूछा के विधानसभा में पेश किए जाने से पहले ही आयोग की रिपोर्ट और सरकार द्वारा एक्शन टेकन रिपोर्ट लीक कैसे हो गई। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की नीयत ठीक नहीं है। सुखबीर बादल ने दादूवाल को आइएसआइ का एजेंट बताया। उन्होंने कहा कि दादूवाल ने ही शिअद को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह की रिपोर्ट तैयार करवाई है।
विधानसभा परिसर में धरना देेते लोक इंसाफ पार्टी के विधायक बैंस ब्रदर्स।
दूसरी ओर, राजस्थान से पानी की रॉयल्टी की मांग को लेकर लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस ने भी विधानसभा के बाहर धरना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार जानबूझकर राजस्थान से पानी की राॅयल्टी नहीं ले रही है।
बता दें कि पुलिस फायरिंग कांड की जांच को लेकर गठित रिटायर जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट आज पंजाब विधानसभा मेें पेश गई, लेकिन यह कुछ दिन पहले ही लीक हो गई थी। विपक्ष की मांग को लेकर सरकार ने आयोग की रिपोर्ट पेश करने का फैसला किया था। इस पर बहस मंगलवार को होगी, लेकिन कठघरे में खड़ा अकाली दल कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के निशाने पर रहेगा। रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी व अकाली दल भी कांग्रेस पर पलटवार की तैयारी में हैैं।
कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के निशाने पर अकाली दल, आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई पर घिर सकती है सरकार
बरगाड़ी (फरीदकोट) में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में बहिबलकलां में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस फायरिंग में दो युवकों की मौत हो गई थी। विस चुनाव में भी यह मुद्दा बना था। कांग्रेस ने वायदा किया था कि सत्ता में आने पर बेअदबी की घटनाओं की जांच करवा दोषियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी। बाद में कांग्रेस ने रणजीत सिंह आयोग का गठन किया था।