युवक की अस्पताल में मौत, साथ आए युवक फरार
जागरण संवाददाता, मोहाली : चार लड़के वीरवार रात 9 बजे संदिग्ध हालत में एक युवक को सिविल अस्प
जागरण संवाददाता, मोहाली : चार लड़के वीरवार रात 9 बजे संदिग्ध हालत में एक युवक को सिविल अस्पताल फेज-6 लेकर आए और चिकित्सकों की ओर से उसे मृत घोषित करने से घबराकर वहीं छोड़कर फरार हो गए। एक युवक ने अपनी मुंहबोली बहन सिमरन निवासी फेज-6 को फोन पर दोस्त की मदद के लिए बुलाया, जिसने कहा कि दोस्त बीमार है, इसलिए जल्दी अस्प्ताल आओ। सिमरन के अस्पताल पहुंचते ही उसे मृतक के पास छोड़कर चारों युवक खिसक गए। दूसरी तरफ अस्प्ताल से फरार होते ही चारों युवकों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए। मृतक लड़के की पहचान कुभड़ा निवासी सचिन कुमार के रूप में हुई है, जोकि यहा कुछ युवकों के साथ पीजी में रहता था। मृतक सचिन मूल रूप से गाव अभियाना, जिला रोपड़ का रहने वाला था, जोकि मोहाली से स्पोकन इंग्लिश का कोर्स कर रहा था। वीरवार रात को पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। शुक्रवार सुबह करीब साढे़ 11 बजे सचिन का पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिजनों को सौंप दी गई है। दूसरी तरफ थाना खरड़ सिटी पुलिस ने धारा 174 की कार्रवाई की है। मृतक के मामा संजीव कुमार ने बताया कि सचिन विदेश जाने के लिए ट्राई कर रहा था, जिसका अमेरिका का वीजा दो बार रिजेक्ट हो चुका था। सचिन की एक और बहन है, जोकि दो महीने पहले ही कनाडा गई थी और सचिन को भी विदेश जाना था। अस्पताल पहुंचा तो सचिन के मुंह से निकल रही थी झाग
वीरवार रात को जब सचिन को अज्ञात चार युवक सिविल अस्पताल लाए, तो उसके मुंह से झाग निकल रही थी और शरीर काफी ठंडा था। डॉक्टरों ने उसकी जाच करने उपरात उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर साथ आए युवक घबरा गए, लेकिन सिमरन को सचिन के दोस्तों ने अस्पताल बुला लिया। सिमरन ने कहा कि वो सचिन को नहीं जानती। उसके एक मुंहबोले भाई सोनू ने अस्पताल यह कहकर बुलाया था कि उसके दोस्त की हालत खराब है, इसलिए मदद के लिए अस्पताल आ जाओ। जिसके बाद वो अस्पताल आई और खुद सोनू वहा से गायब हो गया। सिमरन ने कहा कि उसे इतना बताया गया कि वे उसे खरड़ से लेकर आए हैं। अस्पताल से फरार हुए युवकों ने पीजी तक पहुंचाया मैसेज
सचिन को अस्पताल छोड़कर फरार हुए युवकों में से एक युवक सचिन के कुंभड़ा स्थित पीजी पहुंचा। उसके पड़ोस के रूम में उसी के गाव के युवक जसविंदर सिंह से जाकर बोला कि सचिन की तबीयत खराब है, जोकि सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत काफी सीरियस है, इसलिए जल्दी अस्पताल चले जाओ। जिसके बाद जसविंदर अपनी बाइक पर अपने एक अन्य दोस्त को लेकर अस्पताल के लिए निकला। लेकिन रास्ते में उसे मैसेज देने वाला लड़का भी कहीं गायब हो गया और वो खुद अस्पताल नहीं पहुंचा। दोस्त ने कहा-नशे की लत लग गई थी, परिवार ने कहा-कोई नशा नहीं करता था
मृतक सचिन के दोस्त सुरजीत सिंह ने बताया कि वो पंजाब पुलिस में नौकरी करता और सचिन के गाव से उसकी दोस्ती है। सचिन मोहाली में आकर नशे की लत में फंस गया था। उसने सचिन को काफी समझाया था कि वो गलत संगत में न पड़े। उसने चार महीने पहले सचिन की पिटाई भी की थी कि वो नशे की लत को छोड़ दे, लेकिन वह नहीं माना। पुलिस को अब उन लोगों को ढूंढ़ना चाहिए, जो सचिन को अस्पताल छोड़कर गए और जिन्होंने उसे नशा करवाया था। इसके अलावा सचित के चाचा रमन, मामा संजीव कुमार तथा अन्य परिवार वालों ने कहा कि सचिन किसी प्रकार का कोई नशा नहीं करता था। हो सकता है कि जो लोग उसे अस्पताल में छोड़कर गए, उन्होंने उसे धोखे से कुछ खिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया है। फिलहाल अभी मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर धारा-174 की कार्रवाई की गई है। उसके बाद मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा। अगर मेडिकल रिपोर्ट में कोई ड्रग्स की बात सामने आती है, तो उसके आधार पर पूछताछ करके कार्रवाई की जाएगी। मृतक के जो दोस्त उसे अस्पताल लेकर गए थे, उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
-कमलजीत सिंह, एसएचओ, सिटी खरड़