बचपन में ही सोच लिया था ही-मैन की तरह बनानी है बॉडी : रोहित शेट्टी
रोहित ने बताया कि वह कई प्रतियोगिताओं में जीत चुके हैं। पिछले साल उन्होंने इंडोनेशिया में आयोजित मिस्टर एशिया-2019 का खिताब हासिल किया।
चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। बचपन में ही मैंने ही-मैन की तरह बॉडी बनाने की सोच ली थी। परिवार ने 10वीं के बाद जिम ज्वाइन करने की इजाजत दी, इसके बाद मुझे जिम का ऐसा चस्का लगा कि मेरे दिमाग में दिन रात बॉडी बनाने का जुनून सवार रहता था। टीचर पढ़ाते तो मुझे जिम में एक्सरसाइज करने के नए-नए तरीके सुझते। दो तीन साल मैंने इतनी मेहनत की कि जब मैं फर्स्ट एयर में हुआ तो महाराष्ट्र स्टेट की बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में ओवर ऑल चैंपियन बना। चार बार महाराष्ट्र के स्टेट चैंपियन रह चुके बॉडी बिल्डर रोहित शेट्टी कुछ इन्हीं शब्दों में अपने बॉडी बिल्डिंग जुनून को साझा किया।
कई प्रतियोगिताओं में खुद को साबित कर चुके हैं रोहित
रोहित शेट्टी ने बताया कि वह कई प्रतियोगिताओं में जीत चुके हैं। पिछले साल उन्होंने इंडोनेशिया में आयोजित मिस्टर एशिया-2019 का खिताब हासिल किया। साल 2019 में आयोजित मिस्टर यूनिवर्स प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता। रोहित ने बताया कि जैसे-जैसे आप टूर्नामेंट जीतते जाते हो, वैसे आपका खुद पर विश्वास बढ़ जाता है।
अपनी डाइट खुद तैयार करते हैं रोहित
रोहित ने बताया कि वह प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर हैं, इसलिए उनकी डाइट सामान्य व्यक्ति से अलग है। वह रोजाना दो किलो चिकन, 40 अंडे, एनर्जी ड्रिंक, फ्रूट्स, ड्राई फ्रूट्स और हरी सब्जियां खाते हैं। एनर्जी ड्रिंक के अलावा अपनी डाइट वह खुद तैयार करते हैं। उन्होंने बताया कि वह ज्यादातर उबला हुआ खाना खाते हैं, अगर कहीं बाहर खाना भी पड़े रोस्टिड खाना पसंद करते हैं।
जिम करना है मेरी कमजोरी
रोहित ने बताया कि जिम करना उनकी कमजोरी है, अगर वह दो से तीन घंटे जिम न करें तो उनका मन किसी भी काम में नहीं लगता है। जिम के अलावा वह योग और रनिंग भी करते हैं, उन्होंने बताया कि बॉडी बिल्डिंग करने के बाद उन्होंने महसूस किया है कि जीवन में अगर आप फिट हैं तो सब कुछ हैं। इसलिए उनका सारा समय अपनी फिटनेस को बनाए रखने में बीतता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह अपनी फिटनेस के लिए नियमित रूप व्यायाम करें, योग करें और खेलें।