Move to Jagran APP

सड़क सुरक्षा फोर्सः पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में आई 25 फीसदी की कमी, 24 घंटे मिल रही लोगों को सुविधा

पंजाब में भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार के बनने से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था कि सड़क दुर्घटना के बाद उसकी साइंटिफिक जांच हो जबकि यह समय की मांग भी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा फोर्स के मुलाजिम पूर्ण रूप से दक्ष हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचा कर वे बहुमूल्य जानों की रक्षा कर रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Gaurav Tiwari Updated: Tue, 01 Oct 2024 05:57 PM (IST)
Hero Image
सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन के बाद से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है।

डिजिटल टीम, चंडीगढ़। पंजाब पूरे देश में एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां सड़क दुर्घटनाओं को कम करने, सड़क हादसों की वजह से जाने वाली कीमती जानों को बचाने के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन किया गया है। सड़क सुरक्षा फोर्स के मुलाजिम पूरी तरह से ट्रेंड हैं। राज्य के प्रत्येक 30 किलोमीटर के दायरे में सड़क सुरक्षा फोर्स की एक गाड़ी मौजूद रहती है। सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन के बाद से ही राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। सड़क सुरक्षा फोर्स न सिर्फ दुर्घटना होने की स्थिति में घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम करता है बल्कि एक्सीडेंट के कारणों की साइंटिफिक जांच भी करता है। सड़क सुरक्षा फोर्स में 144 अति अत्याधुनिक वाहन और 5000 से ज्यादा कर्मचारी तैनात है जो लोगों की सुरक्षा के लिए दिन रात सेवारत हैं।

सड़क दुर्घटना के बाद उसकी साइंटिफिक जांच

पंजाब में भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार के बनने से पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था कि सड़क दुर्घटना के बाद उसकी साइंटिफिक जांच हो जबकि यह समय की मांग भी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा फोर्स के मुलाजिम पूर्ण रूप से दक्ष हैं। वह न सिर्फ घायलों को अस्पताल पहुंचा कर बहुमूल्य जानों की रक्षा कर रहे हैं बल्कि इस बात की भी तैयारी करते हैं कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटना न हो। सड़क सुरक्षा फोर्स की टीम दुर्घटना होने की स्थिति में इस बात की जांच करती हैं कि क्या वहां पर कोई ब्लैक स्टॉप तो नहीं था। जिसकी वजह से सड़क हादसा हुआ। हादसे का कारण क्या था। हादसा सड़के के खराब होने की वजह से हुआ या गाड़ी ओवर स्पीड थी। दुर्घटना किसी तकनीकी खामी की वजह से हुई या मानवीय भूल की वजह से। जांच इस बात की भी होती हैं कि दुर्घटना दिन के समय हुआ या रात के समय। अगर रात के समय दुर्घटना हुई है तो क्या उसके पीछे रोशनी कारण था या सड़क के किनारे ब्लिंकर नहीं थे। ताकि तकनीकि खामी होने की सूरत में उसका सुधार किया जाए और यह निश्चित किया जा सके कि आगे से वहां पर दुर्घटना न हो।

सड़क दुर्घटनाओं में आई 25 फीसदी की कमी

सड़क सुरक्षा फोर्स की गाड़ियां स्पीड गन और ई-चालिंग से भी लैस हैं। ताकि ओवर स्पीड गाड़ी चालकों का मौके पर ही चालान किया जा सके। ताकि वह आगे से ओवर स्पीड गाड़ी चलाकर अपने लिए और दूसरे के लिए दुर्घटना का कारण न बन सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करके हरेक कीमती जान को बचाने का है। यह खुशी की बात है कि सड़क सुरक्षा फोर्स के अस्तित्व में आने के बाद से सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है लेकिन अभी हमें काफी आगे जाना है। सड़क दुर्घटना में मानवीय भूल के साथ-साथ तकनीकी खामियों को भी कम से कम की स्थिति में लेकर आना है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें