पंजाब में गैंगस्टरों के मामलों की जांच कर रहे पुलिस कर्मचारियों के कामकाज का हर 15 दिन बाद होगा रिव्यू
गैंगस्टरों के केसों में शामिल पंजाब पुलिस के कर्मचारियों का हर 15 दिन बाद रिव्यू होगा। यही नहीं गैंगस्टरों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों को भी समय-समय पर बदला जाएगा। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। गैंगस्टरों के केसों की जांच कर रहे पुलिस कर्मचारियों के कामकाज का हर 15 दिन में रिव्यू किया जाएगा। कुख्यात गैंगस्टर दीपक टीनू के फरार होने के बाद पंजाब पुलिस की ओर से निर्णय लिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक गैंगस्टरों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारियों को समय-समय पर बदला जाएगा।
सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मचारी और अधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया जाएगा। आइजी मुख्यालय डा. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
उधर, दीपक उर्फ टिंकू के पुलिस कस्टडी से भागने के बाद एसआइटी की जांच में सामने आया है कि आरोपित प्रीतपाल की पिछले काफी दिनों से कई नंबरों पर बात हो रही थी। इस मामले में कुछ ओर पुलिस कर्मचारियों के शामिल होने की बात भी सामने आई है। इस मामले में जल्द ही पुलिस की ओर से गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।
वहीं, हार्ड कोर गैंगस्टर की सुरक्षा में किसी तरह की कोताही न हों इसके लिए जांच अधिकारी पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की ओर से पिछले छह महीने में पचास के करीब छोटे से बडे़ गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों को दिए गए निर्देशों में कहा गया है कि कोशिश की जाए कि हार्ड कोर गैंगस्टरों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करवाई जाए। अगर कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जाए तो सुरक्षा में किसी तरह की कोताही न बरती जाए।
बता दें, बंबीहा ग्रुप की ओर से लगातार पुलिस को धमकी दी जा रही है कि सिद्धू मूसेवाला के कत्ल का बदला लिया जाएगा। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया पर लगातार गैंगस्टरों के केस से जुडे़ पुलिस अधिकारियों को भी धमकियां दी जा रही है। पुलिस इन सभी पोस्टों की जांच के लिए आइटी और साइबर सेल की मदद ले रही है।