रेजिडेट्स ने कसा तंज, चंडीगढ़ का नाम फड़ीगढ़ रख दो
जासं, चंडीगढ़ : शहर में लगातार बढ़ रहे वेंडर और फड़ियों का मामला रविवार को से
जासं, चंडीगढ़ :
शहर में लगातार बढ़ रहे वेंडर और फड़ियों का मामला रविवार को सेक्टर-40 में आयोजित फासवेक की बैठक में उठा। रेजिडेट्स ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि अब चंडीगढ़ का नाम बदलकर फड़ी गढ़ रख देना चाहिए। फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू ने मीटिग में कहा कि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का भी आदेश प्रशासन और नगर निगम नहीं मान रहा है।
उन्होंने कहा कि इस समय जगह जगह फड़िया लग गई है जिस कारण लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। वेंडर सड़क किनारे, पार्को और दुकानों के बरामदें में बैठ गए है। इस सारे मामले में अधिकारी ईमानदारी न दिखाते हुए शात बैठे है। इसका कारण वह खुद ही जानते है। रेजिडेट्स ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था दिन प्रतिदिन खराब हो रही है। रेजिडेट्स ने कहा कि सरकार दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के चंडीगढ़ में पुनर्वास योजना के तहत मकान उपलब्ध करवा रही है लेकिन शहर के स्थानीय निवासियों के लिए कुछ नहीं कर रही है जिन्होंने शहर के विकास में अपना योगदान दिया है। बैठक में लोगों ने कहा कि शहर के कम्युनिटी सेंटरों का बुरा हाल है कई कम्युनिटी सेंटर में बैठने के लिए कुर्सिया तक भी नहीं है। फासवेक चेयरमैन बलजिंदर ¨सह ने कहा कि नगर निगम की कारगुजारी के खिलाफ जल्द ही प्रतिनिधिमंडल प्रशासक को मिलेगा। भूपेंद्र कौर को बनाया सलाहकार
बैठक में सेक्टर-27 के आरडब्लयूए के चेयरमैन भूपेंद्र कौर को फासवेक का सलाहकार नियुक्त किया गया। सेक्टर-43 के प्रेम सचदेवा को अतिरिक्त वित्त सचिव बनाया गया। बैठक में आरएस गिल ने शहर में महिलाओं के साथ बढ़ ही आपराधिक वारदातों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में दो दो एसएसपी होने के बावजूद शहर में वारदातें बढ़ रही है। बैठक में मनीमाजरा मार्डन काप्लेक्स से आए कर्नल गुरसेवक सिंह ने कहा कि वेलफेयर के लिए काम करने के प्रशासन द्वारा दावे किए जा रहे है लेकिन ग्राउड पर कुछ भी नहीं है। बैठक में केएल अग्रवाल और फासवेक महासचिव जेएस गोगिया ने कहा कि नगर निगम को लोकल रेजिडेट्स के साथ मिलकर काम करना चाहिए। बैठक में वार्ड पार्षद गुरबख्शरावत ने भाग लेकर महिला सशक्तीकरण की बात की। उन्होंने हैदराबाद की कानून व्यवस्था का भी उदाहरण दिया। दीपा दूबे ने सेक्टर-15 में बढ़ रहे आवारा कुत्तों का मामला उठाया। स्मार्ट सिटी प्रोजक्ट तो केवल कागजों तक सिमटा
स्मार्ट सिटी प्रोजक्ट तो केवल बातों और कागजों में रह गया है। प्रोजक्ट के नाम पर केवल लोगों को बहलाया ही जा रहा है। यह बात फासवेक की बैठक में सलाहकार रिटायर्ड कर्नल गुरुसेवक सिंह ने की। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के नाम पर नगर निगम शहरवासियों पर कर तो लगाए जा रहे है, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर उन्हे केवल भरोसा ही दिया जाता है। उन्होंने बताया कि मनीमाजरा में केवल एक ही ई-संपर्क सेंटर है, जबकि इसकी आबादी लगभग 3 लाख से ऊपर है, इसलिए उन्होंने सासद , मेयर एवं नगर निगम के आयुक्त को कई बार लिखित में आग्रह किया है कि जाटा वाले मोहल्ले वाले सामुदायिक केंद्र में ई-संपर्क सेंटर शुरू किया जाए, ताकि बुजुगरें को थोड़ी आसानी हो सकें।