Holi Celebration in Chandigarh : चंडीगढ़ क्लब में जश्न न होने से मायूस शहरवासी, अब अगली होली से उम्मीद
चंडीगढ़ क्लब में जहां होली पर शहर का सबसे बड़ा आयोजन होता था वह इस बार भी नहीं हो पाया। ट्राईसिटी में कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ। अधिकतर लोग अपने घरों में अपने परिवार के सदस्यों के साथ ही होली मना रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना के कारण इस बार की होली भी शहरवासियों की फीकी रह गई है। कोरोना के मामले बढ़ने से शहरवासी डरे हुए हैं लोग अनजान व्यक्ति को रंग लगाने से भी डर रहे हैं। चंडीगढ़ क्लब में जहां पर शहर का सबसे बड़ा आयोजन होता था वह इस बार भी नहीं हो पाया जबकि अब लोगों को अगली होली पर ही यहां पर जश्न की उम्मीद है। ट्राईसिटी में कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ। अधिकतर लोग अपने घरों में अपने परिवार के सदस्यों के साथ ही होली मना रहे हैं। प्रशासन की अपील भी दिख रही है जबकि सड़कों पर किसी किसी जगह पर युवक बिना मास्क के भी दिख रहे हैं। इस बार राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी अपने सीनियर नेताओं के घर पर रंग लगाने के लिए नहीं जा रहे हैं।
दलों के अध्यक्षों और नेताओं को कोरोना के कारण घर आने के लिए मना कर दिया है। इस बार प्रशासन ने शहर के पार को सुखना लेक और प्लाजा में भी जाने पर पाबंदी लगाई हुई है। प्रशासन की ओर से जारी नई गाइडलाइंस के अनुसार कोई बड़ा आयोजन नहीं हो पा रहा है। चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में इंडोर कार्यक्रमों में 100 और ओपन एरिया में 200 लोग ही शामिल होने के नियम बनाए गए हैं।ऐसे में सामाजिक और बड़ी शादियों के कार्यक्रम पर भी पाबंदी लग गई है।
हर साल चंडीगढ़ क्लब का अंदाज होता थ अलग
ट्राईसिटी का सबसे बड़ा होली का कार्यक्रम चंडीगढ़ क्लब में होता है जो कि इस बार नहीं हो पाएगा।हर बार चंडीगढ़ क्लब में किसी पंजाबी गायक को भी बुलाया जाता रहा है।इस बार कोरोना के कारण चंडीगढ़ क्लब ने किसी गायब को बुक करने का भी प्रयास नहीं किया है। पिछले साल भी कोरोना के कारण चंडीगढ़ क्लब में होली का कार्यक्रम खारिज कर दिया गया था। उस समय क्लब ने होली के लिए पंजाबी गायब गुरनाम भुल्लर की बुकिंग भी कर एडवांस में कर दी थी। हर होली पर क्लब में ट्राईसिटी के लोग अपने परिवार के साथ भाग लेते थे।यहां पर बकयादा डीजे की भी व्यवस्था होती है। हर होली पर दस हजार से ज्यादा लोग चंडीगढ़ क्लब में मनोरंजन करने के लिए आते थे।क्लब के ही कुल आठ हजार सदस्य है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
चंडीगढ़ क्लब में कार्यक्रम न होने से पुलिस को भी राहत है क्योंकि क्लब के बाहर पुलिस को भारी फोर्स सुरक्षा के लिए लगानी पड़ती थी। कई लोग ऐसे है जो कि कई सालों से होली पर ही इकट्ठे होकर क्लब में जश्न मनाते हैं।वह इस बार नहीं हो पाए। सेक्टर-22 निवासी एवं इंटक महासचिव सुखविंदर सिंह का कहना है कि वह हर साल अपने परिवार और दोस्तों के साथ चंडीगढ़ क्लब जाते थे जहां पर डीजे पर डांस भी करते थे। कई लोग ऐसे थे जो पूरा साल में एक बार यहां ही मिलते थे लेकिन पिछले अब यहां पर आयोजन नहीं हो रहा है जिससे मायूसी भी हो रही है लेकिन उम्मीद है कि अगले साल कोरोना खत्म हो जाएगा और फिर से यहां पर जश्न मनाया जाएगा।
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