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मंदिरों में पूजा की रोक के बावजूद धार्मिक कार्यक्रम आयोजित

जिले में कोविड के बढ़ते केसों को देखते हुए रामनवमी पर लॉकडाउन लगाया गया था और मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई गई थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 08:42 AM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 08:43 AM (IST)
मंदिरों में पूजा की रोक के बावजूद धार्मिक कार्यक्रम आयोजित
मंदिरों में पूजा की रोक के बावजूद धार्मिक कार्यक्रम आयोजित

जागरण संवाददाता, मोहाली : जिले में कोविड के बढ़ते केसों को देखते हुए रामनवमी पर लॉकडाउन लगाया गया था और मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई गई थी। मोहाली में लॉकडाउन को ठेंगा दिखाते हुए पुलिस और प्रशासन की सख्ती की परवाह किए बिना नियम तोड़े गए। मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह को हिदू धर्म विरोधी कहा गया। हालांकि मंदिर कमेटियों ने कहा कि पूजा-अर्चना के दौरान मंदिरों में कोविड नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया।

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496 चालान काटे और क‌र्फ्यू उल्लंघन पर 12 मामले दर्ज

लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों को काबू करने के लिए 16 से ज्यादा नाके लगाए गए थे। इस दौरान 496 चालान किए गए और क‌र्फ्यू तोड़ने पर 12 मामले दर्ज किए गए। जीरकपुर, डेराबस्सी, मुल्लांपुर, नयागांव, कुराली, खरड़ में भी लोग बाहर निकले। कई जगह पर पुलिस से बहस भी हुई।

ये बोले मंदिर कमेटियों के पदाधिकारी

सेक्टर-68 के दुर्गा माता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहर के मंदिरों में श्रीराम जन्मोत्सव और कंजक पूजन किया गया। केंद्रीय सनातन धर्म मंदिर कल्याण समिति मोहाली के प्रधान कांता गुप्ता एवं महासचिव मनोज अग्रवाल ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह हिदू धर्म विरोधी हैं। उन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य होने पर श्री रामनवमी पर मोहाली में लॉकडाउन लगा दिया। बावजूद सभी भक्तजनों ने लॉकडाउन की अवहेलना करते पवित्र त्योहार धूमधाम से मनाया। अग्रवाल ने कहा कि कमेटी ने पहले ही कहा था कि सरकार अपने इस फैसले पर विचार करे।

व्यापारी बोल, उतरना पड़ेगा सड़कों पर

व्यापार मंडल के सर्बजीत सिंह पारस ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो एक बार फिर प्रशासन से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। क‌र्फ्यू आठ बजे से कर दिया गया। रविवार को पूरा दिन लॉकडाउन कर दिया गया। ऐसे तो घर चलाने मुश्किल हो जाएंगे। पिछले साल भी यही सब हुआ था। सरकार इस फैसले को वापस ले, नहीं तो व्यापारियों को संघर्ष करना पड़ेगा।

एंट्री प्वाइंट्स पर रहा जाम

जीरकपुर से चंडीगढ़ एंट्री पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिली। क्योंकि जो भी बाहर निकले थे पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी कि वे कहा जा रहे हैं। हालांकि दुकानें पूरी तरह से बंद रही। पंचकूला के खुले होने के कारण कई लोग हरियाणा की ओर से निकले। एसएसपी सतिदर सिंह ने कहा कि कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। डीसी गिरिश दयालन ने कहा कि जो सख्ती की जा रही है वह लोगों की भलाई के लिए की जा रही है, ताकि कोविड न फैले। लोग इस बात को समझे और प्रशासन का साथ दें।


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