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हर आफत में राहत के साथी, ये फायर कर्मी ही असली योद्धा

इस बार दमकल विभाग शारीरिक दूरी बनाते हुए इंटरनेशनल फायर फाइटर्स डे भी नहीं मना पा रहा है लेकिन फायर कर्मियों को इस बात का कतई भी गम नहीं है।

By Edited By: Published: Sun, 03 May 2020 08:13 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 03:01 AM (IST)
हर आफत में राहत के साथी, ये फायर कर्मी ही असली योद्धा
हर आफत में राहत के साथी, ये फायर कर्मी ही असली योद्धा

चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]।  इस समय हमारे फायर कर्मी कोरोना की इस लड़ाई में योद्धा की तरह काम कर रहे हैं। इस आपदा की स्थिति में फायर कर्मी शहर को आग से बचाने के साथ साथ निडर होकर कोविड-19 को भगाने की दूसरी जिम्मेदारियां भी निभा रहे हैं ताकि हम सुरक्षित रहें। मंगलवार को इंटरनेशनल फायर फाइटर्स डे (अंतराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस) है, ऐसे में घरों से बाहर निकलकर काम करने वाले फायर कर्मियों के लिए एक थैंक्यू तो बनता है। इस बार दमकल विभाग शारीरिक दूरी बनाते हुए इंटरनेशनल फायर फाइटर्स डे भी नहीं मना पा रहा है लेकिन फायर कर्मियों को इस बात का कतई भी गम नहीं है। उनका कहना है कि सबसे बड़ी खुशी उस दिन होगी जब कोरोना से उनका चंडीगढ़ और देश जंग जीत लेगा।

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इस समय शहर में 250 फायर कर्मी हैं जिनमें से 25 फीसद कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें कोरोना की ड्यूटी में लगाया गया है। जबकि बाकी फायर कर्मी भी दूसरी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं। यह सभी फायर कर्मी ऐसे हैं जिन्होंने पिछले डेढ़ माह से एक भी अवकाश नहीं लिया है। इस समय 60 से ज्यादा फायर कर्मचारियों को कोरोना के संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटाइन करने, इमारतों को सेनिटाइज करने के अलावा शहरवासियों के पास जो सीटीयू बसों से सब्जी और फल की सप्लाई आ रही है, उसकी सुपरविजन की भी जिम्मेदारी दी गई है। मालूम हो कि इस सुपरविजन के कारण ही इस समय सब्जियों के रेट में गिरावट है। इसके साथ ही चीफ फायर अधिकारी अनिल गर्ग के निर्देश पर फायर कर्मी बच्चों के जन्मदिन पर उनके घर पर बर्थडे केक पहुंचाकर उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं।

कई फायर कर्मी कोरोना में लड़ रहे

दूसरे विभागों के बीच कोऑर्डिनेशन का काम कर रहे हैं। क‌र्फ्यू के दौरान दो बड़ी आग की घटनाओं पर पाया काबू इस क‌र्फ्यू के दौरान पिछले माह सेक्टर-17 प्लाजा और 54 की फर्नीचर मार्केट में बड़ी आग लगी लेकिन फायर कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर बिना किसी जानी नुकसान से बखूबी काबू पाया जबकि फर्नीचर मार्केट में लगी आग को बुझाने में कर्मचारी पूरी रात लगे रहे। शहीद भी हो चुके हैं फायर कर्मी चंडीगढ़ दमकल विभाग के फायर कर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान शहीद भी हो चुके हैं। 2007 में सेक्टर-22 की मोबाइल मार्केट में आग बुझाते हुए अमरजीत मावी, 2014 में सेक्टर-17 की नाइलिट इमारत की आग बुझाते समय अमरदीप सिंह और थ्री बीआरडी के लीडिंग फायरमैन रविन्द्र शर्मा शहीद हो चुके हैं। पिछले साल औद्योगिक क्षेत्र के चंडीगढ़ स्वीट्स मे आग लग गई थी, यहां पर एक फायर कर्मी जगदीप अपनी ही आग बुझाने की गाड़ी के टायर के नीचे आकर घायल हो गए थे।

इन्हें मिल चुका है राष्ट्रपति अवॉर्ड

सब फायर अधिकारी गुलशन कालरा, लीडिंग फायरमैन रणधीर सिंह, फायरमैन नवीन कुमार को राष्ट्रपति अवॉर्ड मिल चुका है। जबकि फायरमैन अमनदीप ¨सह को मरणोपरांत मिला है। इस समय कई फायर कर्मी कोरोना की इस लड़ाई में दूसरी जिम्मेदारियां भी निभा रहे हैं। जबकि दूसरे फायर कर्मी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करके शहर को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। उन्हें खुशी है कि फायर कर्मी इस कोरोना को भगाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

इन सभी फाइटर्स को इस अंतराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस पर वह बधाई देने के साथ-साथ धन्यवाद करते हैं जो पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम कर रहे हैं।

-अनिल गर्ग, चीफ फायर अधिकारी


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