गुंडा टैक्स वसूली करने वालों की पहचान शुरू, पुलिस बना रही है गोपनीय तरीके से लिस्ट
पंजाब में गुंडा टैक्स वसूलने वालों के खिलाफ कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। इसके लिए पुलिस ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रही है।
चंडीगढ़, [मनोज त्रिपाठी]। अकाली-भाजपा सरकार के दस साल और अब कांग्रेस के एक साल से ज्यादा के कार्यकाल में गुंडा टैक्स एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। खासतौर पर रेत खनन का कारोबार करने वालों की यह शिकायत पिछली सरकार में भी थी और इस सरकार में भी है। गुंडा टैक्स वसूलने वाले वही लोग हैं, लेकिन फ्रंटलाइन में रहने वाले चेहरे बदल गए हैं। सरकार ने अब एेसे लोगाें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पुलिस से सूबे में गुंडा टैक्स वसूली में जुटे लोगों की लिस्ट बनवानी शुरू कर दी है।
पुलिस ने हर जिले की लिस्ट बनानी शुरू की, इसी सप्ताह गृह विभाग व सीएमओ को सौंपनी है रिपोर्ट
गुंडा टैक्स वसूली करने वाले वालों की लिस्ट तैयार कर रहे एक एडीजीपी ने स्पष्ट किया कि सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है। इसी सप्ताह तक रिपोर्ट तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। कुछ एक स्थानों को छोड़कर सूबे में कहीं से भी गुंडा टैक्स वसूली को लेकर रिपोर्ट में जिक्र नहीं है। फिलहाल अभी तक पांच जिलों से रिपोर्ट आई है। रेत खनन के मामले में गुंडा टैक्स वसूली की शिकायतें जरूर पुलिस के पास आई हैं जिनकी नए सिरे पड़ताल करने को कहा गया है कि इन शिकायतों में कितनी सच्चाई है।
अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल में कुछ ऐसे नाम लोगों के सामने आए थे जिनके ऊपर रेत खनन के कारोबार करने वालों से पर्ची के जरिए गुंडा टैक्स वसूलने के आरोप थे। इन्हीं में से एक को बीते दिनों को-आपरेटिव मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकार के बकाया पैसे वसूलने को लेकर दबाव बनाया था तो दो दिन में ही लाखों की धनराशि जमा करवा दी थी।
2010-2011 में पठानकोट से लेकर रोपड़ तक गुंडा टैक्स वसूली को लेकर बदनाम रहा था। फिलहाल इस बार पुलिस गुंडा टैक्स वसूली में जुटे सभी लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है। उन्हें गृह विभाग से स्पष्ट आदेश हैं कि किसी का नाम भी न छोड़ा जाए। लिस्ट तैयार करने के बाद जिन लोगों के खिलाफ इस संबंध में पहले ही पुलिस के पास शिकायतें आई थीं, उनकी नए सिरे से पड़ताल भी की जा रही है।
ज्यादातर मामले अवैध रेत खनन से जुड़े
अभी तक की पड़ताल में पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार ज्यादातर मामले विभिन्न जिलों से अवैध रेत खनन को लेकर गुंडा टैक्स वसूली से जुड़े हैं। इस मामले को लेकर कांग्रेसियों पर भी उंगली उठती रही है। इससे पहले अकाली-भाजपा सरकार में भी कई अकालियों पर उंगली उठती रही है कि वह अपने-अपने इलाकों में गुंडा टैक्स वसूली करते हैं। पुलिस ने इनकी अलग से लिस्ट बनानी शुरू की है। उक्त लिस्ट में केवल रेत खनन को लेकर गुंडा टैक्स वसूलने वालों के नाम दर्ज किए जा रहे हैं।
कई स्थानों पर ठेका लेने वाले भी नहीं करवा पा रहे खोदाई
गुंडा टैक्स के कारण रेत खनन के ठेके लेने वाले कई ठेकेदार भी खोदाई नहीं कर पा रहे हैं। इसके खिलाफ आप ने भी कई बार आवाज बुलंद की है। पठानकोट से लेकर जालंधर तक कई स्थानों पर रेत खनन के ठेके लेने वाले गुंडा टैक्स वसूली से परेशान हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी इस बारे में कुछ ठेकेदारों ने शिकायत की थी। उसके बाद रेत खनन को लेकर गुंडा टैक्स वसूलने वालों पर कार्रवाई से पहले उनकी लिस्ट बनवाने का काम सरकार ने शुरू किया है।