रणजीत सिंह व रंधावा को बर्खास्त कर दोनों पर केस दर्ज हो : शिअद
जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। शिअद ने जस्टिस रणजीत सिंह और कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को बर्खास्त करने व केस दर्ज करने की मांग की है।
जेएनएन, चंडीगढ़। बहिबलकलां गोलीकांड मामले में सेवानिवृत्त जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। अकाली दल ने जस्टिस रणजीत सिंह और कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को बर्खास्त करने के साथ ही साजिश रचने के आरोप में दोनों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।
रंधावा ने हिम्मत सिंह को जबरन गवाही देने को मजबूर किया : सुखबीर
पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग में मंगलवार को जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में अकाली दल के खिलाफ रची गई साजिश का पर्दाफाश करने और कांग्रेस सरकार को विधानसभा सत्र में घेरने की रणनीति बनाई गई। उल्लेखनीय है कि बेअदबी मामलों की जांच के लिए कैप्टन सरकार ने आयोग का गठन किया था। इसकी रिपोर्ट विधानसभा में सोमवार को रखी जानी है।
बहिबलकलां गोलीकांड मामले में सेवानिवृत्त जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर गरमाई सियासत
साढ़े तीन घंटे चली कमेटी की बैठक में प्रस्ताव पास कर रंधावा व जस्टिस रणजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रंधावा ने हिम्मत सिंह को जबरन गवाही देने और आयोग के सामने पेश होने के लिए मजबूर किया था। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मुद्दे पर फर्जी सबूत तैयार करने के लिए हिम्मत सिंह को झूठे दस्तावेजों पर दस्तखत करने के लिए गुमराह किया गया था।
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उन्होंने कहा कि आयोग ने हिम्मत को कभी तलब नहीं किया बल्कि उसे पेश होने के लिए मजबूर किया गया। पहले से अंग्रेजी में तैयार किए दस्तावेज पर उससे हस्ताक्षर करवा लिए गए। दस्तावेज पर क्या लिखा था इसके बारे में वह कुछ नहीं समझ पाया। रंधावा ने पंजाबी में कुछ दस्तावेजों को पढऩे का मौका दिए बिना दस्तखत करवा लिए।
कांग्रेस का प्रवक्ता बन काम किया
अकाली दल ने कहा कि हिम्मत सिंह द्वारा किए सनसनीखेज खुलासे ने पार्टी की इस मांग को सही साबित कर दिया है कि बेअदबी मामलों की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से करवाई जानी चाहिए। पार्टी ने आरोप लगाया कि जस्टिस रणजीत सिंह ने कांग्रेस का प्रवक्ता बनकर काम किया है और सिखों की धार्मिक भावनाओं के मुद्दे पर खुद पर धब्बा लगाया है।
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वाजपेयी व टंडन को दी श्रद्धांजलि
बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
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बैठक में ये हुए शामिल
कोर कमेटी की बैठक में शिअद के सरप्रस्त सिंह बादल, सुखदेव सिंह ढींडसा, रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, बलवदिंर सिंह भूंदड़, चरनजीत सिंह अटवाल, सेवा सिंह सेखवां, बीबी जगीर कौर, बीबी उपदिंरजीत कौर, गुलज़ार सिंह रणीके, डॉ. दलजीत सिंह चीमा और बिक्रम मजीठिया मौजूद थे।