रविवार हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों में पानी घुसा
करीब एक घटा हुई बारिश ने ही नगर निगम के दावों की हवा निकाल दी।
संस, पिंजौर/कालका : रविवार दोपहर बाद शुरू हुई मानसून की मूसलाधार बारिश के चलते पिंजौर व कालका के विभिन्न इलाकों में जलभराव की समस्याएं सामने आई हैं। करीब एक घटा हुई बारिश ने ही नगर निगम के दावों की हवा निकाल दी। गाव भौरिया में एक निजी मोबाइल कंपनी के टावर के पास जलभराव हो गया। वहीं टावर के साथ बने एक मकान में भी पानी घुस गया।
मकान मालिक नंबरदार यादराम ने बताया कि उनके घर के साथ कुछ महीने पहले एक कंपनी का मोबाइल टावर लगाया गया था। रविवार को हुई बरसात के बाद टावर के इर्द-गिर्द और साथ के प्लाट में पानी जमा हो गया। देखते ही देखते पानी टावर के साथ बने उनके घर के कमरों में भी आ गया। यादराम ने बताया कि टावर गिरने के डर को लेकर उसके परिवार के सदस्य घर में घुसने से भी कतरा रहे हैं। ग्रामीण पूर्व सरपंच दीवान चंद, पूर्व पंच कर्मचंद, लंबरदार अच्छर कुमार, रमेश कुमार अत्री, रूप लाल आदि ने बताया कि उक्त टावर के साथ बना जमीन का हिस्सा थोड़ी सी बारिश में ही धंस गया है, जिससे टावर के गिरने का खतरा बन गया है।
कालका में भी लोगों के घरों में घुसा पानी
कालका के गाव भैरों की सैर में भी एक मकान में बारिश के चलते पानी भर गया। रजनीश व ज्योति देवी ने बताया कि उनके घर के पास कुछ लोगों ने एक सरकारी नाली की चौड़ाई से कम प्लास्टिक का पाइप डालकर उसे पक्का कर दिया है। जिसके चलते बरसात का पानी नाली में न जाकर गलियों के रास्ते उनके घर में घुस जाता है। वहीं, गाव बिटना की गलियों में बरसात के बाद 2-3 फुट पानी जमा हो गया। जिससे लोगों का घर से बाहर तक निकलना मुश्किल हो गया। नंबरदार वेद प्रकाश, सौरव शर्मा, हरकेष कुमार, सौरव दरोन, रविंद्र कुमार, तारा चंद आदि ने बताया कि रविवार दोपहर बाद शुरू हुई बारिश के बाद गाव की गलियों में पानी भर गया। जिससे लोगों का अपने घर से बाहर तक निकला मुश्किल हो गया है। पिंजौर-परवाणू बाइपास समेत कालका के गंाव टिपरा तक का सारा पानी उनके गाव में आता है। गाव में करीब 3 साल पहले नाला बनवाया गया था। लेकिन उस समय नाले का लेवल गली से ऊंचा रख दिया गया था। लोगों ने निगम प्रशासन से गाव में डस्टबीन रखवाने की माग की।