पंजाब में बारिश और ओलावृष्टि ने मचाई भारी तबाही, फसलों की भारी बर्बादी
पंजाब में बारिश और ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी है। इससे किसानों पर मुसीबत टूट पड़ी है और फसलों की भारी बर्बादी हुई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचाई है। इससे किसानों की फसलों को बर्बाद हो गई है। राज्यभर में मंगलवार को शुरू हुई बारिश बुधवार रात भी जारी रही। उधर, अभी तक सरकार की ओर से गिरदावरी के आदेश न देने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और निवर्तमान केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब सरकार की खामोशी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने बदहाल किसानों को किस्मत के सहारे छोड़ दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने किसानों को 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देने को कहा है।
बादल बोले- सरकार ने किसानों को किस्मत के आसरे छोड़ा, हरसिमरत ने की विशेष गिरदावरी की मांग
पंजाब के कई हिस्सों जिनमें अमृतसर, फरीदकोट, फिरोजपुर, मुक्तसर व तरनतारन में सबसे ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। अभी कृषि विभाग के पास आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है कि किस हिस्से में कितना नुकसान हुआ है, लेकिन किसानों का कहना है कि उन पर आफत टूट पड़ी है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जहां-जहां ओले पड़े हैं वहां गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है, लेकिन जहां बारिश हुई है वहां फसल को नुकसान नहीं हुआ है।
जाखड़ ने कहा गिरदावरी भी होगी, मुआवजा भी मिलेगा, बादल साहिब परेशान न हों
अमृतसर, फिरोजपुर, फरीदकोट आदि जिलों में तो बारिश के साथ साथ तेज आंधी और ओलावृष्टि भी हुई है। इसके चलते गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है। यह फसल कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार थी। उन्होंने कहा कि ताजा बारिश के कारण कटाई का सीजन अब पिछड़ सकता है चूंकि अभी भी मौसम साफ नहीं हुआ है इसलिए अभी कुछ स्थानों पर और बारिश होने की भी संभावना है।
चंडीगढ़ में बुधवार रात बारिश का नजारा।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से तुरंत बेमौसमी बारिश और आंधी के कारण फसल के हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी करवाने को कहा है। बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा पूरा कर्ज माफी पर किए विश्वासघात के बाद राज्य के किसान पहले ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने कैप्टन का इसीलिए विश्वास कर लिया था, क्योंकि उन्होंने गुटका साहिब हाथ में लेकर शपथ ली थी। किसान न सिर्फ निराश हो चुके हैं, बल्कि एक गंभीर आर्थिक संकट में धकेले जा चुके हैं।
परेशान किसानों के लिए तत्काल अंतरिम राहत तथा मुआवजे की मांग करते हुए बादल ने कहा कि वर्तमान हालातों को देखते हुए हर किसान को कम से कम 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा न किया गया तो सिर्फ किसानों के पास फसली कर्जा उतारने तथा अगली फसल की बोआई के लिए कोई पैसा नहीं होगा, बल्कि उनके लिए अपने दैनिक खर्चों को पूरा करना भी बहुत मुश्किल हो जाएगा।
बादल के अलावा हरसिमरत बादल ने भी एक ट्वीट के जरिए तुरंत गिरदावरी करवाने की सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि 24 घंटे बीतने के बावजूद अभी तक सरकार ने किसानों की सुध नहीं ली है।
बारिश से नुकसान का मिलेगा मुआवजा
पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बादल साहिब परेशान न हो, यह कैप्टन सरकार है। बारिश के कारण बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा भी देगी और गिरदावरी भी करवाई जाएगी। मुआवजा राशि 15 हजार के जवाब में जाखड़ ने कहा, मुझे समझ में नहीं आता कि जो मांग बादल साहिब हमारी सरकार से कर रहे हैं जब वह खुद दस साल मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने क्यों नहीं किया? जाखड़ ने बताया कि कैप्टन सरकार ने मुआवजा राशि को 8 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये पहले ही कर दिया है।
17 अप्रैल को सुबह दस बजे तक किस जिले में कितनी बारिश
अमृतसर- 15 एमएम बारिश और आंधी
बरनाला- 1 एमएम बारिश
बठिंडा- 3.1 एमएम बारिश
फतेहगढ़ साहिब- 1 एमएम
फाजिल्का- 4.4 एमएम
फिरोजपुर- 15 एमएम बारिश और आंधी
गुरदासपुर- 3.1 एमएम
होशियारपुर- 2.7
फरीदकोट- 14.4
लुधियाना- 2 एमएम
कपूरथला - 3 एमएम
मानसा - 1.3 एमएम
मोगा- 2 से 4 एमएम
मुक्तसर- 15.1 एमएम
मोहाली- 3 एमएम
पठानकोट- 2 एमएम
संगरूर- 2 से 8 एमएम
रोपड़- 2 एमएम
एसएएस नगर- 4.2 एमएम
तरनतारन- 10.1 एमएम
पूरे राज्य की औसत- 4.8 एमएम