रेलवे अफसरों के शाही ठाठबाठ, सात सितारा होटल में ठहराए दिल्ली से आए जनाब
चंडीगढ़ पहुंची इस कमेटी के चेयरमैन सुदीप बंदोपाध्याय और उनके साथ आए रेलवे अधिकारियों को रेलवे ने मुल्लापुर स्थित सेवन स्टार सुखविलास होटल में ठहराया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे सरकारी तंत्र में फिजूलखर्ची रोकने की दुहाई देते हो, लेकिन अधिकारियों और नेताओं के अभी भी शाही ठाठबाठ है। अधिकारी किस तरीके से जनता के पैसों को उड़ाते हैं इसकी एक मिसाल पार्लियामेट्री स्टैंडिंग कमेटी ऑफ रेलवे के चंडीगढ़ दौरे के दौरान देखने को मिली। रविवार को चंडीगढ़ पहुंची इस कमेटी के चेयरमैन सुदीप बंदोपाध्याय और उनके साथ आए रेलवे अधिकारियों को रेलवे ने मुल्लापुर स्थित सेवन स्टार सुखविलास होटल में ठहराया। ट्रैवल साइट्स पर मिली जानकारी के मुताबिक इस होटल के एक वीआइपी रूम की कीमत 30 हजार रुपये है। रेलवे की तरफ से कमेटी के लिए 14 कमरे बुक किए गए करवाए गए थे। रेलवे स्टेशन से 22 किलोमीटर दूर है होटल
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर एक शानदार गेस्ट हाउस है, जोकि खासतौर पर अधिकारियों के लिए ही बनाया गया है। इसके अलावा भी चंडीगढ़ में भी कई होटल हैं। बावजूद इसके रेलवे की तरफ से कमेटी के सदस्यों के लिए शहर से 22 किलोमीटर दूर सात सितारा होटल बुक करवाया गया। इससे पहले यह टीम एक वीआइपी रेलवे सैलून में चंडीगढ़ पहुंची और सीधे एस्कॉट की मदद से सीधे होटल के लिए रवाना हो गई, जबकि दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर तीन घंटे का है। हैरानी की बात तो यह है टीम चंडीगढ़ रविवार को ही पहुंच गई थी और मीडिया को सुबह 9 बजे का समय दिया था। बड़े अधिकारियों को 11 बजे का फाइनल करके बताया गया था, लेकिन टीम दोपहर के 2:30 बजे चंडीगढ़ रेलवे पहुंची। हम तो गेस्ट हाउस में ठहाना चाहते थे
नॉर्दर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया ने बताया कि हम इस टीम को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर बने गेस्ट हाउस में ही ठहराना चाहते थे। पर कमेटी चेयरमैन की रेलवे स्टेशन डेवलपमेट कार्पोरेशन(आईआरएसडीसी)के अधिकारियों के साथ अहम बैठक थी। उसमें फोटो कॉपी मशीन, प्रोजेक्टर, इंटरनेट समेत कई तरह के इलेक्ट्रोनिक सामान की जरूरत थी, इसीलिए कमेटी सदस्य को सुखविलास होटल में ठहराया है। उन्होंने कहा है कि रेलवे के लिए होटल का रेट अलग होता है, क्योंकि हम टेंड¨रग प्रोसेस के बाद होटल की बुकिंग करते हैं।