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पंजाब कांग्रेस के नए ढांचे में नहीं दिखेगी राहुल पैटर्न की झलक, अनुभव और काबिलियत को तरजीह

पंजाब कांग्रेस में जल्‍द ही बदलावकी संभावना है। इस बार पंजाब कांग्रेस के पुनर्गठन में राहुल गांधी का पैटर्न नहीं दिखेगा। इसमें सर्वसम्‍मति के बदले काबिलियत व अनुभव का तरजीह मिलेगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 12:49 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jan 2020 02:39 PM (IST)
पंजाब कांग्रेस के नए ढांचे में नहीं दिखेगी राहुल पैटर्न की झलक, अनुभव और काबिलियत को तरजीह
पंजाब कांग्रेस के नए ढांचे में नहीं दिखेगी राहुल पैटर्न की झलक, अनुभव और काबिलियत को तरजीह

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Panjab Congress में जल्‍द ही बदलाव होगा। पंजाब कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे के पुनर्गठन में इस बार पार्टी के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी का पैटर्न नहीं दिखने की संभावना है। इस बार राहुल गांधी के पैटर्न सर्वसम्मति के स्थान पर अनुभव और काबिलियत को प्रमुखता दी जाएगी। कांग्रेस का लक्ष्‍य 2022 में होने वाला पंजाब विधानसभा चुनाव है। इसलिए अनुभव के साथ-साथ युवा शक्ति को भी तरजीह दी जाएगी। यूथ कांग्रेस से बाहर निकले नेताओं को भी प्रदेश व जिला स्तर पर जिम्मेदारी देने की तैयारी शुरू हो गई है।

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प्रदेश कांग्रेस से पहले जिलों का ढांचा गठित करने के हक में सुनील जाखड़

चार साल बाद कांग्र्रेस अपने संगठन का पुनर्गठन करने जा रही है। राहुल गांधी के उपाध्यक्ष व अध्यक्ष रहते हुए संगठनात्मक ढांचे को तैयार करने में इस बात को तरजीह दी जाती थी कि किसी भी पदाधिकारी के चयन के लिए सर्वसम्मति बने। इसमें राज्य स्तर के नेताओं से भी सलाह लेनी होती थी। इसके कारण पार्टी को न सिर्फ अच्छा खासा अभ्यास करना पड़ता था बल्कि इसमें समय भी काफी खर्च होता था।

इस बार पूरा अधिकार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ और प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी के हाथों में होगा। इससे पहले दो बार प्रदेश का जब संगठन तैयार हुआ था तब राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं थी। इस बार पार्टी सत्ता में है। पार्टी पुराने पैैटर्न के तहत ही पदाधिकारियों के नामों का निर्धारण करेगी।

दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तैयार होने वाले संगठनात्मक ढांचे में युवा शक्ति को भी खासी तवज्जो देने की तैयारी है। हाल ही में यूथ कांग्रेस के भी नए संगठन का गठन हुआ है। पूर्व में यूथ कांग्रेस में अच्छा काम करने वाले युवाओं को प्रदेश व जिला स्तर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी जी जाएगी ताकि अनुभव और युवा शक्ति का सुमेल तैयार किया जा सके। बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम प्रधान सोनिया गांधी ने 21 जनवरी को पंजाब की प्रदेश और जिला इकाइयों को भंग कर दिया था, जबकि सुनील जाखड़ प्रदेश प्रधान बने रहेंगे।

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नए ढांचे का गठन शीघ्र : सुनील जाखड़

कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ का कहना है कि जल्द से जल्द नए ढांचे का गठन कर दिया जाएगा। वह इस हक में हैं कि प्रदेश की बॉडी से पहले जिला स्तर पर बॉडी का गठन कर दिया जाए ताकि बाद में अनुभवी और मेहनती नेताओं को प्रदेश कमेटी में शामिल किया जा सके।

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