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मैसेज विवाद में घिरे चन्नी से नहीं मिले राहुल गांधी, जा सकता है मंत्री पद

महिला आइएएस अधकिारी को मैसेज भेजे के आरोप में घिरे कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी की राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो पाई है। एेसे में उनके मंत्री पद को लेकर चर्चाएं गर्म हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 11:17 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 12:34 AM (IST)
मैसेज विवाद में घिरे चन्नी से नहीं मिले राहुल गांधी, जा सकता है मंत्री पद
मैसेज विवाद में घिरे चन्नी से नहीं मिले राहुल गांधी, जा सकता है मंत्री पद

जेएनएन, चंडीगढ़। महिला आइएएस अधिकारी को आपत्तिजनक मैसेज भेजकर चौतरफा घिरे पंजाब के कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बेहत मुश्‍किल में हैं। बताया जाता है कि चन्‍नी तीन दिन पहले ही विदेश से लौट आए थे और राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद चन्नी पंजाब आ गए और मंगलवार को मीडिया के सामने कहा कि अकाली दल ने आपत्तिजनक मैसेज मामले को तूल दिया है।

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चन्‍नी की जगह किसी अन्‍य दलित नेता को मंत्री या प्रदेश कांग्रेस बनाए जाने की संभावना

कांग्रेस पार्टी के सूत्र बताते हैैं कि चन्‍नी ने राहुल गांधी से मिलने की कोशिश की और उनसे मिलने के लिए समय मांगा1 लेकिन, उनकी राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हो सकी। दूसरी ओर दिल्ली में पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चन्नी को कैबिनेट से बाहर का रास्ता किसी भी समय दिखाया जा सकता है।

चन्‍नी की मंत्री पद से छुट्टी के कई कारण हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में कांग्रेस चुनाव में उतरी हुई है। वहां भाजपा ने चन्नी के मामले में राहुल की चुप्पी को लेकर पोस्टर भी बना दिए हैं। यही नहीं, यहां अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने भी राहुल की चुप्पी को लेकर निशाना साध रखा है जिससे पार्टी की छवि खराब हो रही है।

चन्नी को मंत्री पद से हटाया जाता है तो किसी दलित को ही मंत्री बनाया जाएगा। अगर इस तरह के समीकरण नहीं बनते हैं तो पंजाब प्रदेश कांग्रेस की प्रधानगी किसी दलित नेता को सौंपी जा सकती है। गुरदासपुर से सांसद व मौजूदा प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ के 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ने की उम्मीद है। ऐसे में इस बात के आसार बन रहे हैं कि उन्हें इस पद से हटाकर किसी दलित नेता को प्रदेश की प्रधानगी सौंप दी जाए या फिर उन्हें संसदीय चुनाव तक के लिए कार्यकारी प्रधान बना दिया जाए।

पार्टी के एक सीनियर नेता का कहना है कि चन्नी ने दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन वह मध्य प्रदेश चुनाव में व्यस्त होने के कारण नहीं मिले। चन्नी एक-दो दिन में फिर से दिल्ली जाएंगे। उधर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी 1 या 2 नवंबर को विदेश से लौटने के आसार हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मामले में उनके साथ मीटिंग करने के बाद ही उन्हें हटाने या न हटाने संबंधी कोई फैसला लिया जाएगा। अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।


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