जहरीली शराब से 47 लोगों की मौत से सरकार पर उठे सवाल, कैप्टन ने दिए पूर्ण जांच के आदेश
पंजाब के तीन जिलों में अवैध शराब पीने से 47 लोगोें की मौत के मामले की सीएम कैप्टन अमरिेंदर ने पूरी जांच के आदेश दिया है। इन मौतों से पुलिस व सरकार सवालाें के घेरे में आ गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के तीन जिलों में तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर के बटाला क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 47 लाेगाें की मौत से हड़कंप मच गया है। राज्य में नशे पर काबू पाने का दावा करने वाली कैप्टन अमरिंदर सरकार सक्रिय हो गई है। गांवों में घरों में अवैध तरीके से शराब बनाने की बातों से खुलासे से सरकार और पुलिस के दावे पर बड़ा सवाल उठ गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मामले की मजिस्ट्रेट जांच की घोषणा की है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर, बटाला और तरनतारन में अवैध शराब पीने से हुई 47 व्यक्तियों की मौत के मामले में जालंधर के डिविजनल कमिश्नर को मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिए हैं। इस जांच में ज्वाइंट एक्सरसाइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर और संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक भी शामिल होंगे। जांच टीम इन मौतों के कारणों और अन्य संबंधित विषयों की जांच करेगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने आदेश में कहा है कि जालंधर के डिविजनल कमिश्नर अगर जरूरत महसूस करें तो इस जांच में किसी भी नागरिक व पुलिस अधिकारी की सहायता ले सकते हैं और किसी विशेषज्ञ को भी जांच में शामिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा है कि इस मामले में किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। अब तक इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया जा चुका है। बलविंदर कौर नामक यह महिला अमृतसर के तरसिक्का थाना क्षेत्र से गिरफ्तार की गई है।
मामले की जांच के लिए अमृतसर के एसएसपी ने एसआईटी का गठन कर दिया है। गौरतलब है की अवैध शराब से मौत का पहला मामला अमृतसर में ही सामने आया था। अवैध शराब का शिकार बने जसविंदर सिंह, कश्मीर सिंह, कृपाल सिंह और जसवंत सिंह का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। इससे उनकी मौत का वास्तविक कारण पता लग पाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस को अवैध शराब बनाने और बेचने वालों के खिलाफ सख्ती से अभियान आरंभ करने की आदेश दिया।
सुलगते सवाल
1. एक साथ तीन जिलों 10 गांवों और दो शहरी क्षेत्रों में कैसे हुई मौतें?
2. शराब में इस्तेमाल केमिकल कहां से सप्लाई हुआ? क्या सभी गांवों में एक ही जगह से केमिकल गया?
3. तरनतारन में तीन दिन पहले तीन लोगों की मौत हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने सख्ती क्यों नहीं की?
4. इस बेल्ट में पहले भी कई बार छप्पड़ों (छोटे तालाब) से अवैध शराब की खेप पकड़ी जा चुकी है, लेकिन निर्माण पर रोक क्यों नहीं लगी?
5. गांवों में अवैध भट्ठियां चल रही हैं। पुलिस ने इन पर कार्रवाई क्यों नहीं की।
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शराब पर राजनीति...
शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि लॉकडाउन के दौरान में पंजाब में बड़ी मात्रा में अवैध शराब की बिक्री हुई। यही कारण है कि पंजाब में ठेके खुलने के बावजूद यहां अन्य राज्यों जैसी भीड़ नहीं उमड़ी। इतना ही नहीं, पहले तो ठेकेदार ही ठेके खोलने से इन्कार करते रहे। विपक्ष का आरोप है कि कांग्रेस के कुछ प्रभावशाली लोग ही अवैध शराब के धंधे में लगे हैं। इसके बाद सरकार ने पटियाला के राजपुरा और लुधियाना के खन्ना में अवैध फैक्ट्रियां पकड़ी थीं।
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