प्रशासन व राजनेताओं की कारगुजारी से नाखुश दिखे क्वारंटाइन लोग
सेंटर के अंदर रह रहे लोगों को शनिवार काे रिलीव कर दिया गया क्योंकि उन्हें सेंटर पर रहते हुए 14 दिन से भी ज्यादा का समय हो चुका था।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमरण बचाव के लिए बापूधाम कलोनी सेक्टर-26 के लोगों को अलग-अलग जगहों पर क्वारंटाइन किया गया था। जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी का हॉस्टल नंबर-8 भी शामिल थे। इस सेंटर के अंदर रह रहे लोगों को शनिवार काे रिलीव कर दिया गया, क्योंकि उन्हें सेंटर पर रहते हुए 14 दिन से भी ज्यादा का समय हो चुका था। जब 54 लोगों को हॉस्टल से बाहर बरामदे में लाया गया तो उनका दर्द प्रशासन और राजनेताओं के लिए छलक पड़ा।
लाेगों ने कहा कि हमें इसलिए यहां पर रखा गया था कि हमारे घर की दीवार उस घर से लगती थी जहां से कोरोना पेशेंट निकले है। जिस घर से मरीज निकल रहा है उसे तो घर में ही बंद करके क्वारंटाइन किया जा रहा है, लेकिन पड़ोसियों को घर से 10 किलोमीटर दूर भेज दिया गया।
सेंटर से रिलीव हुई चरणजीत कौर ने कहा कि हमें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया, लेकिन यहां सिर्फ तापमान चेक किया जा गया है। इसके अलावा लोगों ने बताया कि सेंटर के अंदर कोई बहुत सी खामियां भी थी, साफ सफाई से लेकर जरूरत की वस्तुएं मुहैया नहीं कराई गई है। लाेगों ने प्रशासन और राजनेताओं को सिरे से नकारते हुए कहा कि हमें यह देखने तक कोई नहीं आया।