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पीयू कुलपति पर बनाया जा रहा चौतरफा दबाव, पुटा व सिंडिकेट ने लिखा पत्र, कहा- दो दिनों में हो सीएएस इंटरव्यू

पीयू कुलपति प्रो. राजकुमार पर इन दिनों चौतरफा दवाब बनाया जा रहा है। शुक्रवार को पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति को अंतिम चेतावनी देते हुए शुक्रवार को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि सीएएस इंटरव्यू का आयोजन जल्द नहीं किया तो कुलपति आफिस के बाहर होगा प्रदर्शन।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 11:43 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 11:43 AM (IST)
पीयू कुलपति पर बनाया जा रहा चौतरफा दबाव, पुटा व सिंडिकेट ने लिखा पत्र, कहा- दो दिनों में हो सीएएस इंटरव्यू
पुटा ने पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति को अंतिम चेतावनी देते हुए शुक्रवार को पत्र लिखा।

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो. राजकुमार पर इन दिनों चौतरफा दबाव बनाया जा रहा है। पहले सीनेट चुनाव को स्थगित करने से लेकर नई तारीख की घोषणा न करना, उसके बाद पुटा चुनाव स्थगित, सिंडिकेट बैठक आयोजित न करना से लेकर सीएएस इंटरव्यू, इन सब बातों ने पीयू कुलपति को घेरा हुआ है। शुक्रवार को पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पुटा) ने पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति को अंतिम चेतावनी देते हुए शुक्रवार को पत्र लिखा।

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पुटा अध्यक्ष मृत्युंजय ने बताया कि उन्होंने कुलपति से सीएएस के इंटरव्यू आयोजित करने के लिए 18 अक्टूबर को पत्र लिखा था। लेकिन उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हमने कुल चार पत्र कुलपति को लिखे हैं जिनका कोई भी उत्तर नहीं आया। इस संबंध में हमने शुक्रवार को एक पत्र लिख कुलपति को अवगत करवाया कि अगर उन्होंने सीएएस इंटरव्यू का आयोजन जल्द नहीं किया तो आगामी तीन नवंबर को कुलपति आफिस के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं पुटा सचिव अमरजीत सिंह नौरा ने कहा कि केवल 15 साक्षात्कार निर्धारित किए गए हैं, जबकि 65 से अधिक शिक्षक हैं जिनकी प्रमोशन लंबित है। उन्होंने कुलपति को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिनों में इंटरव्यू आयोजित किए जाते तो पुटा सदस्यों को मजबूरन प्रदर्शन करना होगा।

सिंडिकेट बैठक हो जल्द आयोजित

वहीं गोयल ग्रुप से संबंधित सिंडिकेट सदस्यों ने भी कुलपति को पत्र लिख सिंडिकेट बैठक के फिजिकल आयोजन करने की मांग की है। पत्र में लिखा कि कैंपस में अंतिम सिंडिकेट बैठक इस वर्ष जुलाई माह में हुई थी, उसके बाद से अभी तक सिंडिकेट की बैठक आयोजित नहीं हुई है। कुलपति इस मामले में बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहे है। गोयल ग्रुप ने पीयू कैलेंडर का हवाला देते हुए कहा कि कैंपस में कुछ भी नया होना सिंडिकेट ही तय करता है, ऐसे में न केवल पीयू बल्कि उससे मान्यता प्राप्त सभी कालेज में काम, सिंडिकेट बैठक न होने से लटके हुए है।


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