Punjab News: पंजाब में वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले का एक और फरार आरोपित गिरफ्तार
पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने जालंधर में वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले के मामले में एक और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित से मोबाइल फोन व सिम बरामद किया गया है। इसका डाटा हासिल करने के लिए विशेषज्ञों को भेज दिया गया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआइ), जालंधर नरेश कलेर के साथ सांठगांठ करने वाले एक और फरार आरोपी एजेंट वरिंदर सिंह दीपू, निवासी बस्ती गुजन, जालंधर को गिरफ्तार किया है।
विजीलेंस ब्यूरो ने आरोपित का मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है, जिसे इस घोटाले के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए डाटा विशेषज्ञों को भेजा जाएगा।
विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए बताया कि विजीलेंस ब्यूरो ने एमवीआइ, जालंधर के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और निजी एजेंटों के साथ मिलीभगत कर बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक और निजी वाहनों का निरीक्षण किए बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए एक संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया।
उन्होंने कहा कि विजीलेंस ब्यूरो ने पर्याप्त सुबूतों के आधार पर मामला 23 अगस्त को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7ए और आइपीसी की 420, 120-बी के तहत विजीलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन जालंधर में दर्ज किया।
मामले में अब तक कुल 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह, हरविंदर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की और अरविंद कुमार उर्फ बिंदू (सभी निजी एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच चल रही है और बाकी फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।