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पीयू के वीसी बडे़ इम्तिहान की कर रहे तैयारी, जानें क्या है चुनौती

पंजाब यूनिवर्सिटी के नए कुलपति प्रो. राजकुमार के लिए अगले महीने पहली बड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। प्रो. राजकुमार के वीसी बनने के बाद पीयू की सबसे बड़ी बॉडी सीनेट की पहली मीटिंग होने जा रही है।

By Edited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 01:41 PM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 01:44 PM (IST)
पीयू के वीसी बडे़ इम्तिहान की कर रहे तैयारी, जानें क्या है चुनौती
पीयू के वीसी बडे़ इम्तिहान की कर रहे तैयारी, जानें क्या है चुनौती

चंडीगढ़, [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]: पंजाब यूनिवर्सिटी के नए कुलपति प्रो. राजकुमार के लिए अगले महीने पहली बड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। प्रो. राजकुमार के वीसी बनने के बाद पीयू की सबसे बड़ी बॉडी सीनेट की पहली मीटिंग होने जा रही है। इसमें एकेडमिक से जुड़े लोगों के अलावा दूसरे क्षेत्र से जुड़ी भी कई बड़ी हस्तिया सीनेट सदस्य हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री से लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस तक इसमे शामिल होते हैं।

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जानकारी अनुसार यह मीटिंग 3 नवंबर को तय की गई है। ऐसे में पीयू कुलपति प्रो. राजकुमार के लिए पहली सीनेट को हैंडल करना अपने आप में बड़ी चुनौती होगी। सूत्रों के अनुसार कुलपति ने अभी से सीनेट की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने न सिर्फ सीनेट सदस्यों के बारे में पूरी जानकारी लेनी शुरू कर दी है, साथ ही पीयू सीनेट के सीनियर लोगों से भी मिलना शुरू कर दिया है।

प्रो. राजकुमार ने हाल ही में पीयू के सभी पुराने वीसी के साथ एक अहम बैठक कर उनसे सुझाव भी लिए हैं। इस बैठक में पीयू के पूर्व कुलपति और सबसे वरिष्ठ सदस्य प्रोफेसर आरपी भाबा, प्रो. आरसी सोबती व प्रो. केएन पाठक आदि शामिल थे। मिल रहे हैं सीनेटर से सूत्रों के अनुसार पीयू के नए वीसी प्रो. राजकुमार को यह भलीभाति पता है कि पीयू में प्रशासनिक सिस्टम को बेहतर तरीके से चलाने के लिए सीनेट और सिंडीकेट को साथ लेकर चलना जरुरी है।

पीयू कुलपति सीनेटर से एक-एक कर मुलाकात कर रहे हैं। साथ ही वह उनसे पीयू विजन को लेकर भी सलाह ले रहे हैं। नए कोर्स शुरू करने पर होगा फैसला तीन नवंबर को होने वाली पीयू सीनेट में चुनिंदा प्रस्ताव ही लाने की तैयारी है। पीयू प्रशासन द्वारा सीनेट एजेंडा जारी कर दिया गया है। इसमें अधिकतर सिंडीकेट में अप्रूव हो चुके एजेंडा आइटम ही हैं। जानकारी अनुसार सीनेट में 16 एजेंडे को रखा जाएगा।

यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में एमए एजुकेशन कोर्स को मंजूरी का मामला भी रखा जाएगा। इस कोर्स को मौजूदा सत्र से ही शुरू करनी की तैयारी है। पिछले वीसी की अध्यक्षता में हुई सीनेट एजेंडा पर भी होगी चर्चा पूर्व कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर की अध्यक्षा में हुई पिछली सीनेट मीटिंग में जो एजेंडा आइटम पास नहीं हुए। उनपर भी 3 नवंबर की सीनेट मीटिंग में चर्चा होगी। इस संबंध में सभी सीनेट सदस्यों को पत्र जारी कर पुराने एजेंडे को साथ लाने के लिए कहा गया है।

यौन उत्पीड़न मामले पर हंगामे के आसार पीयू स्थित डेंटल कॉलेज के शिक्षक पर छात्राओं से यौन उत्पीड़न मामला भी आगामी सीनेट में मुद्दा रहेगा। इस मामले में हंगामा होने के आसार हैं। सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी की रिपोर्ट भी इसमें पेश की जाएगी। जिसमें डॉक्टर को नौकरी से हटाने का मामला आएगा। गौरतलब है कि इस मामले में अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका है।

पीयू में हिंदी को राजभाषा पर होगा फैसला पीयू सीनेट में राजभाषा के तौर पर हिंदी को अप्रूवल दिए जाने का मामला भी रखा जाएगा। गौरतलब है कि पीयू प्रशासन को हिंदी को कैंपस में हिंदी को राजभाषा के तौर पर लागू करने के लिए केंद्र सरकार के एमएचआरडी की ओर से निर्देश जारी हुआ है। इस मामले को लेकर पीयू में काफी विवाद भी हुआ है।

कुछ रोज पहले ही पीयू कैंपस के कई साइन बोर्ड पर हिंदी के शब्दों पर कालिख पोत दी गई थी। इन प्रस्तावों पर भी लगेगी मुहर पीयू सीनेट में कई शिक्षकों की प्रमोशन का मामला, सेंटर फॉर पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के असिस्टेंट प्रोफेसर अक्षित मेहता के इस्तीफे के स्वीकार करना, डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस स्टडीज के तहत दो नए कोर्स शुरु करने की अनुमति और पीयू के हॉस्टल में जीएसटी लागू करने और पीयू के पूर्व वीसी प्रो. आरसी पॉल के जन्म शताब्दी दिवस पर टिकट जारी करने के लिए राशि मंजूर करने जैसे प्रस्ताव शामिल हैं।


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