पंजाब पुलिस में फर्जी प्रमोशन के मामले 6 गिरफ्तार, तीन और लोगों की पुलिस को तलाश
डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के फर्जी हस्ताक्षर कर 11 पुलिसकर्मियों की पदोन्नित की सूची जारी करने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर अदालत में प्रस्तुत किया है। वहीं तीन आरोपित पुलिस कर्मियों की तलाश की जा रही है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस के तत्कालीन डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के फर्जी हस्ताक्षर कर 11 पुलिसकर्मियों की पदोन्नित की सूची जारी करने के मामले में सेक्टर-3 थाना पुलिस को लोकल रैंक एएसआई से एसआइ बने हरविंदर सिंह, सतिंदर व लोकल रैंक कांस्टेबल से हवलदार बने संजीव की तलाश है। एसआईटी ने तत्कालीन डीजीपी के पीए कुलविंदर सिंह को पेश कर उसका तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है।
अभी तक की जांच मे सामने आया है कि सतिंदर व कुलविंदर डीजीपी कार्यलय मे बैठ कर फर्जी आर्डर की कापी तैयार किया करते थे। पुलिस ने कार्यलय से कंप्यूटर भी बरामद किया था, जिसमे दस्तावेज भी मिले थे। संदीप से एक लाख भी बरामद किए गए हैं। अभी तक एसआईटी मामलें मे मोहाली साइबर सैल मे तैनात इंस्पैक्टर सतवंत सिंह सिंद्धू व बर्खास्त सब इंस्पैक्टर सरबजीत सिंह, हवलदार मनी कटौच, तत्कालीन डीजीपी के पीए कुलविंदर सिंह, सपरिंटेंडेंट संदीप व बहादुर को गिरफ्तार कर चुकी है। अब दूसरी बार रिमांड खत्म होने पर मंगलवार आरोपितों को दोबारा कोर्ट मे पेश किया जाएगां।
ये रही आरोपितों की भूमिका
मोहाली एसएएस नगर निवासी व सैक्टर-9 पंजाब पुलिस मुख्यालय जीपी फंड ब्रांच मे तैनात सुपरिंटेंडेंट संदीप पर आरोप है कि उसने मोहाली एसएएस फेज-6 निवासी मनी कटोचबीके साथ मिलकर लैपटाप पर जाली आर्डर तैयार किए थे। सेक्टर-39 निवासी व सेक्टर-9 पंजाब पुलिस मुख्यालय मे तैनात सुपरिंटेंडेट बहादुर पर आरोप है कि वह फोर्ज की गई लिस्ट पर डाक नंबर लगवाता था। मोहाली एसएएस नगर निवासी सरबजीत सिंह पर आरोप है कि वह दावा करता था कि उसके तत्कालीन डीजीपी से अच्छे संबंध हैं। उसने जाली दस्तावेज लिए थे। सरबजीत पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है। उसे वर्ष 2013 मे उसे बर्खास्त कर दिया गया था। सतिंदर व कुलविंदर डीजीपी कार्यलय मे बैठ कर फर्जी आर्डर की कापी तैयार किया करते थे। फाजिल्का निवासी सतवंत सिंह पर आरोप है कि उसने सरबजीत सिंह के साथ मिलकर अन्य आरोपितों के साथ बैठक कर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए थे।