चार राज्यों की पुलिस ने 1500 किमी पीछा कर गिरफ्तार किए पांच गैंगस्टर, सुलझेंगे कई मामले
पुलिस ने हत्या दुष्कर्म फिरौती और दंगे के मामलों में शामिल रहे पांच गैंगस्टरों को 1500 किलोमीटर तक पीछा कर दबोचने में सफलता हासिल की है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान पुलिस के साथ साझा ऑपरेशन करके राज्य में हत्या, दुष्कर्म, फिरौती और दंगे के मामलों में शामिल रहे पांच गैंगस्टरों को 1500 किलोमीटर तक पीछा कर दबोचने में सफलता पाई है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सभी राज्यों की पुलिस के बीच लगभग दो माह तक बेहतर तालमेल के चलते यह गिरफ्तारियां संभव हुई हैं। इससे अमृतसर के गांव उमरपुरा के पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह के कत्ल जैसे कई बड़े मामले सुलझने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की सूचना पर राजस्थान पुलिस ने तीन गैंगस्टरों को पाली जिले से सोजत से गिरफ्तार किया। इनमें अमृतसर के उमरपुरा का हरमन भुल्लर, गुरदासपुर के बसंतकोट का बलराज सिंह और अमृतसर के पंडोरी वड़ैच का हरविंदर संधू शामिल हैं।
डीजीपी ने कहा कि यह तीनों अमेरिका में रह रहे गैंगस्टर पवित्तर सिंह के गिरोह के सदस्य हैं। पवित्तर चौड़ा मधरा गिरोह का मुखिया है और उसके फिलहाल अमेरिका में होने की सूचना है। इन तीनों के अलावा सोमवार सुबह उत्तराखंड से इनके दो साथियों गुरप्रीत सिंह गोपी को मेरठ और गुरविंदर सिंह खालसा को बाजपुर से गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ने इंटर स्टेट स्मॉल आर्म्स डिवीजन का गठन किए जाने की जरूरत बताते हुए कहा कि गैंगस्टरों के खिलाफ ऐसे ऑपरेशन के लिए राज्यों की पुलिस में बेहतर तालमेल की जरूरत है।
क्या-क्या मिला
एक .30 बोर का पिस्तौल, दो .32 बोर पिस्तौल, एक ¨स्प्रगफील्ड राइफल और 18 कारतूस, 40 कारतूस, .12 बोर गन, दो .315 बोर पिस्तौल, 2 कारें (आई-20 व स्विफ्ट) और 3 नकली आधार कार्ड। डीजीपी ने बताया कि आरोपितों ने अपने नकली पहचान पत्र भी बनवाए थे। हरमन भुल्लर, बलराज सिंह और हरविंदर संधू ने मंगल सिंह, राम देव और मोहंिदूर सिंह के नाम से नकली आधार कार्ड बनवाए थे। हरमन भुल्लर ने हरमन सिंह के नाम पर अंबाला से कुरुक्षेत्र के पिहोवा के नकली पते पर फर्जी पासपोर्ट भी बनवाया हुआ है।
हरमन ने की थी पूर्व सरपंच गुरदीप की हत्या
डीजीपी ने बताया कि हरमन भुल्लर ने अमृतसर के उमरपुरा के पूर्व सरपंच गुरदीप सिंह की 1 जनवरी 2020 की गोली मार कर हत्या कर दी थी। वहीं, हरविंदर संधू ने निजी दुश्मनी के चलते गांव पंडोरी वड़ैच के 26 वर्षीय मनदीप सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। हरमन पर आठ, बलराज पर 10 और हरविंदर पर तीन मामले दर्ज हैं, जिनमें इन पर कत्ल, कत्ल की कोशिश, अपहरण, दंगे जैसे आरोप हैं।
ऐसे चला ऑपरेशन
डीजीपी गुप्ता ने कहा कि इन गैंगस्टरों को काबू करने का ऑपरेशन 28 जनवरी को अमृतसर व चंडीगढ़ से शुरू हुआ, जो 1 मार्च को मुकम्मल हुआ। उन्होंने उत्तराखंड पुलिस के कांस्टेबल नसीर मोहम्मद का जिक्र करते हुए कहा कि नसीर ने ऑपरेशन के दौरान रुद्रपुर से राजस्थान तक सारा रास्ता पार किया। ऑपरेशन में सहयोग के लिए उन्होंने डीजीपी उत्तराखंड से निजी तौर पर बात की थी। पुलिस टीमों ने उत्तराखंड के रुद्रपुर से अपराधियों का पीछा शुरू किया। यूके 04 टी 9229 नंबर आई-20 कार में आरोपित 1 मार्च को राजस्थान में हाईवे अथॉरिटी और सीसीटीवी फुटेज से ट्रैक किए गए और बाद में उन्हें पाली में गिरफ्तार कर लिया गया। इनका संबंध मोहाली पुलिस की ओर से गिरफ्तार रणबीर सिंह लक्की से मिला था। उसकी निशानदेही पर चंडीगढ़ से हैरी बाजवा की गिरफ्तारी भी की हुई थी।
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