Punjab में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, मुखविंदर सिंह एसएसपी जालंधर नियुक्त; स्वर्णदीप सिंह का हुआ तबादला
Chandigarh News पंजाब सरकार ने एक आईपीएस और आठ पीपीएस अफसरों का तबादला कर दिया है। आईपीएस अफसर वात्सला गुप्ता जो इस समय डीसीपी जालंधर थी। अब उन्हें डीसीपी मुख्यालय अमृतसर लगाया गया है। एसएसपी जालंधर देहाती स्वर्णदीप सिंह को डीसीपी इन्वेस्टीगेशन अमृतसर लगाया गया है।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। पंजाब सरकार ने पुलिस में फिर बड़ा फेरबदल किया है। पंजाब सरकार ने एक आईपीएस और इसके अलावा आठ पीपीएस अफसरों का तबादला कर दिया है। कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के बीच पंजाब सरकार ने बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जालंधर (ग्रामीण) समेत छह पुलिस अधिकारियों का जालंधर जिले में तबादला कर दिया। इसके अलावा अन्य जिलों में तैनात तीन पुलिसकर्मियों का भी तबादला कर दिया गया है।
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, जालंधर (ग्रामीण) के एसएसपी रहे पंजाब पुलिस सेवा (पीपीएस) के अधिकारी स्वर्णदीप सिंह को अमृतसर में पुलिस उपायुक्त (जांच) लगाया गया है। वहीं दूसरी ओर अमृतसर के डीसीपी (जांच) मुखविंदर सिंह को एसएसपी जालंधर (ग्रामीण) लगाया गया है।
इसके आलावा, जालंधर ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) पीपीएस अधिकारी मनजीत कौर को कपूरथला का अधीक्षक (एसपी) लगाया गया है।
पीपीएस अधिकारी सरबजीत सिंह, जो एसपी (जांच) जालंधर ग्रामीण थे, को एसपी (जांच) होशियारपुर का प्रभार दिया गया है। मनप्रीत सिंह अब एसपी (जांच) जालंधर ग्रामीण होंगे।
वहीं,आदेश के अनुसार आईपीएस अधिकारी वत्सला गुप्ता, जो पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय), जालंधर थीं, को डीसीपी (मुख्यालय), अमृतसर के रूप में तैनात किया गया है, जबकि अतिरिक्त डीसीपी, जालंधर जगजीत सिंह को एसपी (ऑपरेशंस), गुरदासपुर का प्रभार दिया गया है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था लुधियाना) रवचरण सिंह बराड़ को संयुक्त पुलिस आयुक्त जालंधर लगाया गया है। जबकि उधर, जसकिरणजीत सिंह को लुधियाना का पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) लगाया गया है।
कई बार वाहन और रूप भी बदला
बता दे कि, पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उनके खालिस्तान समर्थक 'वारिस पंजाब दे' संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि, वह जालंधर जिले में लिस के शिकंजे से बचकर फरार हो गए। उसने वाहनों को बदल दिया और अपना कई बार रूप भी बदल लिया।
कहा से शुरू हुए मामला
अमृतपाल और उनके समर्थकों द्वारा एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई के लिए अमृतसर के पास अजनाला पुलिस थाने में घुसने के लगभग तीन सप्ताह बाद पुलिस अभियान शुरू हुआ।