इस्तीफा नामंजूर होने के बाद जाखड़ हुए सक्रिय, 17 को बुलाई सांसदों, विधायकों व पदाधिकारियों की बैठक
सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रधान बने रहेंगे। करीब चार माह बाद पार्टी हाईकमान ने उनका इस्तीफा रद कर दिया है। इस्तीफा नामंजूर होते ही जाखड़ ने सक्रियता बढ़ा दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रधान बने रहेंगे। करीब चार माह बाद पार्टी हाईकमान ने उनका इस्तीफा रद कर दिया है। पंजाब कांग्रेस की प्रभारी आशा कुमारी ने जाखड़ को भेजे पत्र में स्पष्ट किया है कि पार्टी के प्रति सेवाओं को देखते हुए फैसला लिया गया है कि वे प्रधान बने रहेंगे। इस्तीफा रद होते ही जाखड़ ने 17 सितंबर को चंडीगढ़ में पार्टी के नेताओं की बैठक बुला ली है। उल्लेखनीय है कि गुरदासपुर लोकसभा चुनाव में फिल्म अभिनेता सनी देयोल से हारने के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए जाखड़ ने प्रदेश प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी हाईकमान ने ऐसा फैसला पंजाब में कुछ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के मद्देनजर लिया है। चर्चा है कि अक्टूबर में हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ ही पंजाब के जलालाबाद, दाखा, फगवाड़ा और मुकेरियां उपचुनाव होने हैैं। इसी वजह से फिलहाल पार्टी हाईकमान किसी बदलाव के मूड में नहीं है। दो दिन पहले कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, प्रदेश प्रधानों व अन्य पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ भी शामिल थे।
इस्तीफ़ा रद होने के बाद जाखड़ ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। उन्होंने 17 सितंबर को प्रदेश के सांसदों, विधायकों, प्रदेश उपाध्यक्षों, महासचिवों, जिला अध्यक्षों की बैठक बुला ली है। यह बैठक चंडीगढ़ के कांग्रेस भवन में होगी। जाखड़ के इस्तीफा देने के बाद करीब चार माह से प्रदेश में संगठन की गतिविधियां लगभग ठप पड़ी हैैं। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामलों पर सीबीआइ की क्लोजर रिपोर्ट के मुद्दे पर कांग्रेस विपक्षी पार्टियों का हमला झेल रही है। सरकार के कई मंत्रियों ने विपक्ष के हमलों का जवाब दिया, लेकिन दमदार तरीके से कांग्रेस का कोई भी नेता आगे नहीं आया, जिससे सरकार की किरकिरी होती रही।
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