पंजाब में हो सकता है काग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन
-सेशन करवाने का ब्लू प्रिंट लेकर दिल्ली पहुंचे कैप्टन -कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आज हो
-सेशन करवाने का ब्लू प्रिंट लेकर दिल्ली पहुंचे कैप्टन
-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से आज होगी मुलाकात
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इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़: कर्नाटक में इस साल विधानसभा के आम चुनाव होने के चलते अखिल भारतीय काग्रेस कमेटी का राष्ट्रीय अधिवेशन पंजाब में हो सकता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार को पार्टी के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ के साथ यह पेशकश राहुल गाधी से करेंगे। वह इस सेशन को मोहाली में करवाना चाहते हैं और इसका ब्लू प्रिंट लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं। काबिले गौर है कि पार्टी पहले यह अधिवेशन बेंगलुरु में करवाना चाहती थी। चूंकि वहा आम चुनाव हैं, इसलिए सभी काग्रेस नेता अपने-अपने हलकों में व्यस्त हैं। कर्नाटक के अलावा पंजाब ही एकमात्र दूसरी बड़ा राज्य है, जहा काग्रेस की सरकार है और वहा अधिवेशन करवाने की तैयारी की जा रही है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह इस प्रस्ताव को लेकर बुधवार को राहुल गाधी से मिलेंगे। उनके साथ पंजाब प्रदेश काग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब मामलों की प्रभारी आशा कुमारी और सह प्रभारी हरीश चौधरी भी होंगे। इस मीटिंग में अधिवेशन को लेकर क्या-क्या तैयारिया की जानी हैं, इस पर चर्चा होगी।
पंजाब ने दी काग्रेस को नई दिशा
दिलचस्प बात है कि 2014 के चुनाव के बाद जहा काग्रेस पार्टी का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है और एक के बाद एक स्टेट पार्टी चुनाव हार रही है, ऐसे में पंजाब पार्टी के लिए एक संजीवनी बना है, जहा पिछले साल ही पार्टी ने राज्य की 117 में 77 सीटें लेकर रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। दूसरा, राहुल गाधी पहली बार प्रधान बनकर इस सेशन की अगुवाई करेंगे। ऐसे में अगले साल होने वाले लोकसभा के आम चुनाव की शुरुआत के लिए पार्टी क्या रणनीति अपनाए इस पर चर्चा करने के लिए पंजाब को मेजबानी देने की बात चल रही है। सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह राहुल गाधी से मिलकर प्राइमरी और पूर्ण सेशन के आयोजन पर बात करेंगे। राहुल गाधी, न केवल अधिवेशन कहा करवाया जाना है, इस पर फैसला करेंगे, बल्कि तारीखों का भी चयन करेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अखिल भारतीय काग्रेस के प्राइमरी सेशन में सिर्फ डेलीगेट शामिल होते हैं और पूरे सेशन में अखिल भारतीय काग्रेस और प्रदेशों के डेलीगेट शामिल होंगे। आमतौर पर पार्टी उसी राज्य में अपना सेशन आयोजित करती है, जहा उनकी सरकार होती है। क्योंकि दो दिन के सेशन में नेताओं के आने-जाने ठहरने और खाने-पीने पर करोड़ों रुपये का खर्च आता है, जो स्टेट यूनिट वहन करता है।
पाच साल बाद होगा सेशन
गौरतलब है कि इससे पहले पार्टी का सेशन 2013 में जयपुर में आयोजित किया गया था। तब राहुल गाधी ने पार्टी ने अपनी गतिविधियों को काफी बढ़ा लिया था।
कैबिनेट विस्तार पर भी होगी चर्चा
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि बुधवार को राहुल गाधी के साथ होने वाली मीटिंग में कैप्टन अमरिंदर सिंह बजट से पूर्व होने वाले कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा करेंगे। पंजाब मंत्रिमंडल में 9 पद खाली हैं। राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफा देने के बावजूद कैप्टन इन सभी नौ पदों को भरने के मूड में नहीं हैं। संभव है कि एक या दो पद खाली रखे जाएंगे।