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पंजाब सीएम चन्नी के भाई डा मनोहर सिंह लड़ेंगे चुनाव, एसएमओ के पद से दे चुके हैं इस्तीफा

डा मनोहर सिंह मोहाली के खरड़ सिविल अस्पताल में बतौर सीनियर मेडिकल आफिसर (एसएमओ) के पद पर तैनात थे लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। डा मनोहर सिंह ने कहा कि मैंने अगस्त 2021 में अपने पद से (एसएमओ खरड़) इस्तीफा दे दिया था।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 04:56 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 07:49 PM (IST)
पंजाब सीएम चन्नी के भाई डा मनोहर सिंह लड़ेंगे चुनाव, एसएमओ के पद से दे चुके हैं इस्तीफा
डा मनोहर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के छोटे भाई हैं। फाइल फोटो

रोहित कुमार, मोहाली। मैं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का छोटा भाई हूं, इसलिए कांग्रेस पार्टी मुझे टिकट नहीं देगी। पार्टी की ओर से सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे में अगर पार्टी को लगेगा कि मैं सच में काम कर रहा हूं, लोग मुझे चाह रहे हैं तो पार्टी मुझे टिकट देगी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के छोटे भाई डा मनोहर सिंह ने दैनिक जागरण से बातचीत में ये बात कही।

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बता दें कि डा मनोहर सिंह मोहाली के खरड़ सिविल अस्पताल में बतौर सीनियर मेडिकल आफिसर (एसएमओ) के पद पर तैनात थे, लेकिन उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। डा मनोहर सिंह ने कहा कि मैंने अगस्त 2021 में अपने पद से (एसएमओ खरड़) इस्तीफा दे दिया था। तब इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि बड़े भाई चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। डा मनोहर सिंह जिला फतेहगढ़ साहिब के बस्सी पठाना विधानसभा हलके से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

विधायक जीपी ने करवा दिया था तबादला

बस्सी पठाना विधानसभा हलका एससी वर्ग के लिए रिजर्व है। डा मनोहर सिंह ने बताया कि कोविड के दौरान उनकी पोस्टिंग नंदपुर कलौर प्राइमरी हेल्थ सेंटर में थी। इस दौरान मैंने क्षेत्र में बहुत काम किया, लेकिन वहां के विधायक जीपी ने मेरा तबादला करवा दिया। तब तक क्षेत्र के लोग पूरी तरह से मेरे साथ जुड़ने लगे थे। चुनाव लड़ने के बारे में तभी सोच लिया था। बाकी पार्टी हाईकमान का जो निर्देश होगा उसी के तहत काम किया जाएगा।  मनोहर सिंह ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। वे पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के लॉ ग्रेजुएट भी हैं। डा मनोहर न पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और जनरल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं। इसके अलावा एक एनजीओ साडी सांझ भी चलाते हैं जो बुजुर्गों की आंखों का उपचार करती है। 

मौजूदा विधायक बोले- फिर इसी सीट से लड़ूंगा और जीतूंगा

बस्सी पठाना से कांग्रेस के मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी ने कहा कि डा मनोहर का तबादला करवाने में मेरा कोई हाथ नहीं था। ये तो रूटीन ट्रांसफर थी। मैं तो अपना काम कर रहा हूं। इस समय मैं हलके का विधायक हूं। फिर इसी जगह से चुनाव लड़कर चुनाव जीतूंगा। इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना।


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