सीएम भगवंत मान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले, पंजाब में तैनात होगी अर्द्ध सैनिक बलों की 10 और कंपनियां
Bhagwant Mann Delhi Visit पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की। मलाकात के बाद भगवंत मान ने बताया कि पंजाब में अर्द्ध सैनिक बलों की 10 और कंपनियां तैनात की जाएंगी।
चंंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। भगवंत मान ने कहा कि केंद्रीय गृहमंंत्री से पंजाब में कानून - व्यवस्था की स्थिति और राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर चर्चा हुई। राज्य में अर्द्ध सैनिक बलों की 10 और कंपनियां पंजाब भेजी जाएंगी। ।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की कानून - व्यवस्था और पटियाला में पिछले दिनों हुई घटना को लेकर विस्तार से बात हुई। पार्टी से ऊपर उठकर राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार से सहयोग किया जाएगा। भगवंत मान ने बताया कि पंजाब में अर्द्ध सैनिक बलों की 10 और कंपनियां भेजी जाएंगी। अर्द्ध सैनिक बलाें की 10 कंपनियां पहले भेजी जा चुकी हैं।
भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बाेर्ड से पंजाब के प्रतिनिधि का कोटा समाप्त करने का मुद्दा उठाया। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड में पंजाब का कोटा दोबारा शुरू किया जाए, इस बारे में बात हुई। बासमती का MSP को लेकर कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी हुआ है। इस कारण किसानों को नुकसान न हो, इस संबंध में भी बात हुई। इसके साथ ही किसानों के अन्य मुद्दाें को लेकर भी मुलाकात के दौरान चर्चा हुई।
मुलाकात के दौरान भगवंत मान ने अमित शाह को पंजाब में अमन शांति को भंग करने के लिए बार बार की जा रही कोशिशों से अवगत करवाते हुए अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की कंपनियों की मांग की। इसको केंद्रीय गृह मंत्री ने तुरंत स्वीकार करते हुए दस और कंपनियां अलॉट कर दी।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को भरोसा दिलाया कि देश की सुरक्षा व अखंडता की रक्षा के लिए पंजाब अहम भूमिका निभाएगा। भगवंत मान ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से बढ़ कर कुछ नहीं। उन्हाेंने पार्टीबाजी से ऊपर उठ कर काम करने की बात कहीं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमित शाह से बासमती की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग की। मान ने कहा कि किसानों को फसली चक्र से निकालना समय की जरूरत है। इससे पानी को बचाने में मदद मिलेगी। गेहूं की कम पैदावार के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रति क्विटंल 500 रुपये की मांग भी गृह मंत्री के समक्ष रखी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मी के सीजन के दौरान तपिश के कारण पंजाब के गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। केंद्र संकट की इस घड़ी में किसानों को बाहर निकालने में अपना योगदान दे।मान ने अमित शाह के साथ भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में पंजाब की नुमाइंदगी खत्म करने के मुद्दे को भी उठाया।
भगवंत मान ने कहा कि इस से संबंधित आदेशों को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक पक्षपाती कदम है। जिससे हर पंजाबी की मानसिकता को ठेस पहुंची है। उन्हाेंने केंद्र सरकार के सूबे के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाले इस आदेश को वापस लेने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने ड्रोन के जरिए सरहद पार से बढ़ रही नशों और हथियार की तस्करी पर चिता जाहिर की। उन्हाेंने केंद्रीय गृह मंत्री को ऐसी कोशिशों को नाकाम करने के लिए सूबे को फौरी तौर पर एंटी ड्रोन तकनीक मुहैया करवाने के लिए कहा। ताकि ड्रोन से हो रही नशे व हथियारों की तस्करी को रोका जा सके।