संवाद सहयोगी, पंजाब: शाहपुर कंडी बैराज बांध के निर्माण के लिए बैराज बांध प्रशासन ने केंद्र सरकार के एआईवीपी प्रोग्राम के तहत फिर 25 करोड़ रुपये की सहायता राशी की मांग की। बताया कि जुलाई 2023 को बैराज बांध के पीछे झील में पानी को भराने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई शाहपुर कंडी बैराज बांध का निर्माण कार्य इस समय युद्धस्तर पर चल रहा है तथा बैराज बांध के पीछे बनने वाली विशाल झील को जुलाई 2023 में पानी से भरने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए ज मू कश्मीर की साईड की तरफ रहते पुल व गेटों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। यह जानकारी बांध प्रशासन के चीफ इंजीनियर सरदार शेर सिंह ने अपनी टीम के साथ बैराज बांध पर चल रहे निर्माण कार्यों का निरिक्षण करते हुए दी।
यह राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित होने पर इस प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार विशेष ध्यान दे रही है तथा समय समय पर केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के उच्चाधिकारी निर्माण कार्यों का निरिक्षण कर रहे है तथा निर्धारित समय पर फंड भी जारी कर रहे है, जिसके तहत अब बैराज बांध प्रशासन ने केंद्र सरकार के एआईबीपी एस्लरेटिड इरीगेशन बेनेफिट प्रोग्राम के तहत 25 करोड़ की राशी बतौर सहायता के डिमांड की है, जिसे शीघ्र ही उनको यह राशी मिलने पर निर्माण कार्य को और भी तेज कर दिया जाएगा।
प्रोजेक्ट पर 2715 अनुमानित लागत करोड़ आंकी गई
इस पूरे प्रोजेक्ट पर अनुमानित लागत 2715 करोड़ आंकी गई है तथा जैसे इस की लागत बढ रही है, उससे अनुमानित लागत में भी बढ़ौतरी होने की संभावना है। उन्होंनें बताया कि इस पूरे प्रोजेक्ट पर 71 प्रतिशत व्यय पावर कॉम विभाग तथा 29 प्रतिशत खर्च राज्य व केंद्र सरकार की और से किया जा रहा है, जिसके तहत केंद्र सरकार अपने 29 प्रतिशत हिस्से से 86 प्रतिशत राशी देगी तथा शेष 14 प्रतिशत राज्य सरकार खर्च करेगी।
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बैराज बांध से बिजली उत्पादन करने के लिए दो पावर हाऊसों का निर्माण कार्य पूरे जोर शोर से चल रहा है तथा वहां पर दिन व रात कार्य चल कर, वर्ष 2024 तक बिजली उत्पादन कर लिया जाएगा, जिससे इस प्रोजेक्ट से 206 मेगावाट तथा रणजीत सागर बांध परियोजना से 600 मेगावाट पूरी क्षमता से बिजली उत्पादन मिल सकेगा। इसी के साथ पाकिस्तान को बिना वजह जाने वाला पानी भी रुक सकेगा।